धोखाधड़ी मामले में भारतीय मूल के निशाद सिंह ने कहा, वो ठगा महसूस कर रहे थे

निशाद सिंह

सैन फ्रांसिस्को, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। क्रिप्टो ट्रेडिंग फर्म में धोखाधड़ी के मामले में अपना गुनाह कबूल करने के बाद एफटीएक्स ट्रेडिंग लिमिटेड में पूर्व चीफ इंजीनियर के पद पर तैनात रहे भारतीय मूल के इंजीनियर निषाद सिंह ने अमेरिका में बैंकमैन-फ्राइड के आपराधिक मुकदमे का तीसरा सप्ताह शुरू होने पर गवाही दी। जब उनसे पूछा गया कि सैम बैंकमैन-फ्राइड द्वारा संचालित संकटग्रस्त कंपनी की बैलेंस शीट में होल का पता चलने पर उन्हें कैसा लगा। इस पर उन्‍होंने कहा कि वह भयभीत हो गए और ठगा हुआ सा महसूस करने लगे।

सिंह को सितंबर 2022 में एफटीएक्स में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के बारे में पता चला, उन्होंने कहा कि वह "हमेशा सैम से डरते रहे हैं।"

सिंह, जो पहले ही अपना दोष स्वीकार कर चुके हैं, ने सोमवार को अमेरिका में बैंकमैन-फ्राइड के आपराधिक मुकदमे का तीसरा सप्ताह शुरू होने पर गवाही दी।

द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार सिंह ने कहा, "प्रतिवादी की मां, बारबरा फ्राइड, अदालत कक्ष में विश्वास करने लायक नहीं थी"।

रिपोर्ट में कहा गया है, "जैसा कि सिंह ने बातचीत की कहानी बताई, फ्राइड उत्तेजित लग रही थी, कभी-कभी अपने बेटे की ओर देख रही थी।"

निषाद सिंह ने कहा, “मैं अचंभित और भयभीत था। मुझे वास्तव में ठगा हुआ महसूस हुआ।''

सिंह कुछ समय के लिए अरबपति थे उनके पास एफटीएक्स का "6 या 7" प्रतिशत स्वामित्व था। उन्हें 2020 से बोनस के बदले 200,000 डॉलर का वेतन और एफटीएक्स में इक्विटी प्राप्त हुई।

रिपोर्ट में कहा गया है, "वह बैंकमैन-फ्राइड के छोटे भाई गेबे के भी लंबे समय से दोस्त थे और हाई स्कूल के बाद से प्रतिवादी को जानते थे।"

सिंह ने कहा कि इन अपराधों को अंजाम देने में उनके सह-साजिशकर्ता एफटीएक्स के अधिकारी रयान सलामे और गैरी वोंग, बैंकमैन-फ्राइड और अल्मेडा के सीईओ कैरोलिन एलिसन थे।

बैंकमैन-फ्राइड को छोड़कर सभी ने अपना दोष स्वीकार कर लिया है।

सिंह ने यह भी गवाही दी कि गेब बैंकमैन-फ्राइड के अनुरोध पर उन्होंने दूसरे बैंक खाते से खाली चेक पर हस्ताक्षर किए। उस खाते का उपयोग गेब ने अपने वकालत समूह "गार्डिंग अगेंस्ट पैनडेमिक्स" के लिए दान देने के लिए किया था।

--आईएएनएस

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