अटल इनोवेशन मिशन की पहल 'मेगा टिंकरिंग डे' इंडिया बुक और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुई दर्ज

अटल इनोवेशन मिशन की पहल 'मेगा टिंकरिंग डे' इंडिया बुक और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुई दर्ज

नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। नीति आयोग द्वारा सोमवार को दी गई जानकारी के अनुसार, अटल इनोवेशन मिशन ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए अपनी प्रमुख पहल मेगा टिंकरिंग डे 2025 को प्रतिष्ठित इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज करवाया है। यह एक ही दिन में किसी टिंकरिंग एक्टिविटी में भाग लेने वाले छात्रों की अधिकतम संख्या का एक नया रिकॉर्ड है।

इस रिकॉर्ड की आधिकारिक पुष्टि और औपचारिक घोषणा सोमवार को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स दोनों द्वारा की गई। यह मान्यता भारत के युवाओं में इनोवेशन और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के एआईएम के मिशन का प्रमाण है।

नीति आयोग के अनुसार, 12 अगस्त, 2025 को देश भर के स्कूलों में वर्चुअल और एक साथ आयोजित इस कार्यक्रम में 9467 एटीएल सुसज्जित स्कूलों के 4,73,350 छात्रों ने भाग लिया। उन्होंने अपनी प्रयोगशालाओं में उपलब्ध रोजमर्रा की सामग्री का इस्तेमाल कर एक डीआईवाई वैक्यूम क्लीनर डिजाइन और निर्माण करने की एक व्यावहारिक परियोजना में भाग लिया। यह एक्टिविटी ऑनलाइन स्ट्रीम किए गए एक स्टेप-बाय-स्टेप इंट्रक्शनल सेशन द्वारा की गई।

इस मौके पर अटल इनोवेशन मिशन के मिशन निदेशक दीपक बागला ने कहा, "मेगा टिंकरिंग डे केवल एक रिकॉर्ड नहीं है, यह एक आंदोलन है। यह हमारे युवा इनोवेटर्स की सामूहिक ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है, जो देश के सुदूर कोनों से लेकर इसके व्यस्त शहरों तक, सीखने, सृजन और सहयोग के लिए एक साथ आए। दुनिया के किसी भी अन्य देश ने अपने स्कूल इकोसिस्टम में इस पैमाने पर इनोवेशन को गति नहीं दी है। यह रिकॉर्ड दर्शाता है कि जब आप सही उपकरण, मार्गदर्शन, प्रेरणा और नेतृत्व प्रदान करते हैं, तो भारत के बच्चे कल की दुनिया को नया आकार देने में सक्षम बनते हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि यह पहल पीएम मोदी के विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जहां इनोवेशन और युवा शक्ति भारत की विकास गाथा का आधार हैं।

बागला ने कहा, "भारत का भविष्य हमारी कक्षाओं में निर्मित हो रहा है और अटल टिंकरिंग लैब्स के माध्यम से, हम छात्रों को न केवल तकनीकी कौशल से सुसज्जित कर रहे हैं, बल्कि बड़े सपने देखने, अलग सोचने और वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने की मानसिकता भी प्रदान कर रहे हैं।"

--आईएएनएस

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