मुंबई, 31 जुलाई (आईएएनएस)। मुंबई की प्रमुख बिजली वितरण कंपनी अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने गुरुवार को कहा कि कंपनी की ओर से स्कूलों और झुग्गी-झोपड़ियों में मानसून सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया गया।
यह जागरूकता अभियान मुंबई की शासी नागरिक निकाय, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में आयोजित किया गया।
कंपनी के अनुसार, "मानसून के मौसम में बिजली सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कंपनी के बिजली वितरण क्षेत्रों में सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया गया।"
जून में प्रमुख बिजली वितरण कंपनी ने मानसून के मौसम की तैयारी में अपनी आपदा प्रबंधन तत्परता को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया, जिसका उद्देश्य 31.5 लाख ग्राहकों को संभावित व्यवधानों से बचाना था।
कंपनी ने अपने सेंट्रल डिजास्टर कंट्रोल सेंटर (सीडीसीसी) को भी सक्रिय कर दिया। इस महत्वपूर्ण केंद्र का उद्देश्य प्रतिक्रिया प्रयासों को व्यवस्थित करना और चौबीसों घंटे काम करना है, जिससे पूरे मानसून काल में त्वरित कार्रवाई और संचार सुनिश्चित हो सके।
कंपनी ने कहा, "वितरण नेटवर्क में सात क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) रणनीतिक रूप से तैनात की गई हैं। ये टीम मानसून के मौसम में आने वाली चुनौतियों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई व्यापक प्रतिक्रिया, पुनर्प्राप्ति और पुनर्स्थापन योजनाओं से लैस हैं।"
इसके अलावा, बढ़ते जल स्तर की निगरानी के लिए कंपनी ने महत्वपूर्ण स्थानों पर एडवांस्ड डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम के साथ 98 एडवांस्ड वॉटर लेवल सेंसर को इंटीग्रेट किया है। इस व्यवस्था का उद्देश्य बाढ़ से संबंधित विद्युत समस्याओं का पूर्व-निवारण और प्रतिक्रिया करने की क्षमता को बढ़ाना है।
सीडीसीसी, वॉकी-टॉकी और रिमोट उपकरणों सहित स्टेट-ऑफ-द-आर्ट सैटेलाइट और वायरलेस तकनीकों का लाभ उठाएगा, ताकि विभागों और बाहरी अधिकारियों के बीच निर्बाध संचार बनाए रखा जा सके। यह इंफ्रास्ट्रक्चर न्यूनतम डाउनटाइम और कुशल घटना प्रबंधन सुनिश्चित करता है।
बारिश से पहले, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने व्यापक मानसून-पूर्व निरीक्षण और रखरखाव भी किया। किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटने के लिए आवश्यक सामग्री, आपातकालीन वाहन, डीजल जनरेटर और जल निकासी पंप रणनीतिक रूप से तैनात किए गए हैं।
--आईएएनएस
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