जामनगर, 3 नवंबर (आईएएनएस)। गुजरात में जामनगर के दडिया और नारणपर गांव की महिलाओं को हर सुबह कचरे वाली गाड़ी का इंतजार रहता है। दरअसल, गुजरात सरकार ने पूरे राज्य में निर्मल गुजरात 2.0 योजना शुरू की है, जिसके तहत जामनगर नगर निगम के दायरे में आने वाले 71 गांवों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन किया जा रहा है। महिलाओं के मुताबिक, रोज सुबह नगर निगम की गाड़ी उनके दरवाजे पर आती है और वे उसमें कूड़ा डाल देती हैं।
नारणपर गांव की महिला भावनाबेन गोसाई ने कहा कि हमारे नारणपर गांव में बहुत सफाई रहती है। रोजाना ट्रैक्टर आता है जिसमें गीला और सूखा कचरा डाल देते हैं।
जामनगर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की इस मुहिम से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं बेहद खुश हैं, क्योंकि उन्हें अब कचरा फेंकने के लिए दूर नहीं जाना पड़ता है।
गीताबेन मकवाना ने कहा कि हमारे गांव में कचरा लेने के लिए रोज नियमित ट्रैक्टर आता है। पहले ट्रैक्टर नहीं आता था तो बाहर कूड़ा फेंकने जाना पड़ता था, अब बहुत आसानी हो गई है, गुजरात सरकार का बहुत आभार।
जामनगर नगर निगम ने पहले 35 गांवों में डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण अभियान शुरू किया था। इसकी सफलता के बाद इसे 71 गांवों में शुरू किया गया है। जीपीएस सिस्टम से लैस 33 वाहन प्रतिदिन इन गांवों में घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन करते हैं। नगर निगम के कर्मचारी इसकी ऑनलाइन निगरानी भी करते हैं।
तालुका पंचायत जामनगर के एटीडीओ हितेंद्र सिंह जडेजा ने बताया कि 71 गांवों के कुल 50,545 परिवारों के 2,34831 लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। इन गांवों में 33 वाहनों के माध्यम से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन किया जा रहा है। प्रत्येक वाहन में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है।
जामनगर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन एरिया के 71 गांवों के कुल 50,545 परिवारों को इस अभियान का लाभ मिल रहा है। गांवों की साफ-सुथरी सड़कें इसकी कामयाबी बयां कर रही हैं। नगर निगम की यह कोशिश स्वच्छ ग्राम-स्वस्थ ग्राम मुहिम को भी साकार कर रही है।
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