आणंद, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)। गुजरात में आणंद जिले की खंभात तालुका की रेवेन्यू कोर्ट में जिलाधिकारी प्रवीण चौधरी राजस्व से जुड़े मामलों की सुनवाई कर रहे हैं। पहले इसके लिए तहसील के लोगों को 50 किलोमीटर दूर आणंद जिला मुख्यालय जाना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें अपने क्षेत्र में इसकी सुविधा मिल रही है। इससे लोगों को आने-जाने में होने वाले खर्च और समय दोनों की बचत हो रही है।
निवासी कमलेश कुमार सोलंकी ने बताया कि कलेक्टर ने देखा कि खंभात तालुका में केस ज्यादा है और वहां के स्थानीय लोगों को दिक्कत ज्यादा हो रही है। लोग देर रात तक घर पहुंचते हैं। इसके बाद तहसील खंभात कचेहरी में मामले की सुनवाई शुरू कर दी। इससे सभी खंभात के लोगों को राहत मिली है।
वादियों के साथ ही वकीलों को भी जिलाधिकारी की इस पहल से काफी लाभ हो रहा है।
एडवोकेट बीके परमार ने बताया कि जिलाधिकारी ने केस की सुनवाई करने का काम शुरू किया है। इससे लोगों को 50 किलोमीटर दूर स्थित मुख्यालय में जाने से राहत मिल रही है। हम सब का पूरा दिन वहां जाने और आने में ही बीत जाता था। इससे वादी-प्रतिवादी और वकीलों के पैसों की बचत होती है।
आणंद के जिलाधिकारी के मुताबिक, जब उन्होंने जिले का चार्ज संभाला था, तब यहां राजस्व और जमीन विवाद से जुड़े लगभग 2,700 मामले लंबित थे। इन केसों की सुनवाई के लिए विभिन्न तालुकाओं के लोगों को जिला मुख्यालय आना पड़ता था, लेकिन अब केवल जिलाधिकारी को ही तालुका मुख्यालय जाना पड़ता है, जिससे मामलों के निपटारे में भी तेजी आई है।
जिलाधिकारी प्रवीण चौधरी ने कहा कि आणंद जिले में जितने भी कोर्ट के मामले हैं, जिस तालुका और ब्लॉक या तहसील की जमीन है, उसी तहसील के तहसीलदार के कार्यालय से केस सुनने की पहल की। इसका बहुत अच्छा परिणाम मिला है। इस पहल के बाद से कई मामलों का त्वरित फैसला किया गया।
आणंद जिला प्रशासन की ओर से आम लोगों की सहूलियत के लिए उठाए गए इस कदम से जिले के लोगों को खासा लाभ हो रहा है। आणंद के जिलाधिकारी की यह पहल आज गुजरात के दूसरे जिलों के लिए मिसाल बन गई है।
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