अग्रिम पंक्ति की आंगनबाड़ी महिलाओं को मिलेंगे स्मार्टफोन और वेतन में वृद्धि: सीएम योगी

अग्रिम पंक्ति की आंगनबाड़ी महिलाओं को मिलेंगे स्मार्टफोन और वेतन में वृद्धि: सीएम योगी

लखनऊ, 17 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश के धार से स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान (17 सितंबर-2 अक्टूबर) और 8वें राष्ट्रीय पोषण माह (17 सितंबर-16 अक्टूबर) का उद्घाटन किया।

देश के सबसे बड़े स्वास्थ्य अभियानों में से एक की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लखनऊ स्थित केजीएमयू के अटल बिहारी वाजपेयी वैज्ञानिक सम्मेलन केंद्र में राज्य स्तरीय कार्यक्रमों के उद्घाटन के साथ हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए स्मार्टफोन एवं वेतन वृद्धि की घोषणा की और महिलाओं एवं बच्चों की देखभाल को प्राथमिकता देते हुए उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में स्वास्थ्य शिविरों का शुभारंभ किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभियान के शुभारंभ पर कहा कि माताओं, बहनों और बेटियों का स्वास्थ्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी सुविधाएं निःशुल्क प्रदान करते हुए उन्होंने लोगों से स्वास्थ्य शिविरों का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने विकसित भारत के चार स्तंभों- महिलाएं, युवा, किसान और गरीब को रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि नारी शक्ति राष्ट्रीय प्रगति की नींव है। विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर उन्होंने इस अभियान को स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार की नींव बताया, जो उनके विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने बच्चों का अन्नप्राशन किया और गर्भवती महिलाओं की गोद भराई के अवसर पर पोषण आहार वितरित किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को उनके 75वें जन्मदिन की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का संदेश प्रेरणादायी है और राज्य इसे लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए स्मार्टफोन वितरण और मानदेय में वृद्धि की घोषणा करते हुए कहा कि उनकी सेवाओं का सम्मान उन्हें स्मार्टफोन और उच्च वेतन देकर किया जाएगा। उन्होंने उन्हें प्रशिक्षण और समय पर भुगतान का आश्वासन दिया ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। सीएम योगी ने 75 जिलों में 20,324 स्वास्थ्य शिविरों का शुभारंभ किया, जहां रक्त, रक्तचाप, मधुमेह, मुख कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, एनीमिया और टीबी की निःशुल्क जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह अभियान गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व देखभाल, बच्चों के टीकाकरण और जागरूकता पर केंद्रित है।

युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए लगभग 507 रक्तदान शिविर भी आयोजित किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 दिनों के इस अभियान में न सिर्फ जांच बल्कि निःशुल्क उपचार भी उपलब्ध होगा। चिकित्सा विशेषज्ञों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आरोग्य मंदिरों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेजों को जोड़ा गया है।

महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मातृ वंदना, कन्या सुमंगला और नारी शक्ति वंदन अधिनियम जैसी पहल शुरू की गई हैं और नए भारत ने उनका स्वागत किया है। पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश सरकार ने लड़कियों को निःशुल्क शिक्षा, कन्या सुमंगला योजना के तहत 25,000 रुपए का पैकेज और सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रत्येक बेटी की शादी के लिए 1 लाख रुपए की सहायता प्रदान की है। 1.89 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों और 10 लाख स्वयं सहायता समूहों के साथ लगभग एक करोड़ महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि 60,000 महिलाएं टीएचआर संयंत्रों के माध्यम से 8,000 रुपए मासिक कमाती हैं और नेफेड के सहयोग से उनकी आय में और वृद्धि होगी।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में पिछले आठ वर्षों में 41 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं, जिनमें अमेठी में हाल ही में हुआ उद्घाटन भी शामिल है, जो 70 वर्षों में पहली बार हुआ है। शिशु मृत्यु दर 45 से घटकर 37 हो गई है और मातृ मृत्यु दर 141 पर है।"

उन्होंने कहा कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि उत्तर प्रदेश सही रास्ते पर है। 2015-16 और 2019-21 के बीच एनीमिया के स्तर में 5.1 प्रतिशत, बौनेपन में 6.6 प्रतिशत, कम वजन के मामलों में 7.4 प्रतिशत और कमजोरी में 0.6 प्रतिशत की कमी आई है। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में सुधार के साथ-साथ एनीमिया, बौनेपन, कम वजन और कमजोरी में कमी निरंतर प्रगति का संकेत देती है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इन्सेफेलाइटिस, जिसने 40 वर्षों में 50,000 बच्चों की जान ले ली, का उन्मूलन कर दिया गया है। मलेरिया, डेंगू, कालाजार और तपेदिक को खत्म करने के प्रयास भी जारी हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए पोषण मिशन और क्षय रोग उन्मूलन अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने 224 रक्तदाताओं और निक्षय मित्रों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि 15 दिवसीय अभियान विजयादशमी तक चलेगा, जिससे उत्तर प्रदेश एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित होगा। पोषण मिशन को सुदृढ़ करने के लिए स्कूलों का विलय करके आंगनबाड़ी केंद्रों को भवन निर्माण का बुनियादी ढांचा प्रदान किया जाएगा। उन्होंने महिला कल्याण विभाग को समय पर स्मार्टफोन वितरण और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

उन्होंने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिला स्वयं सहायता समूहों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि 10 लाख ग्रामीण और 1 लाख शहरी समूहों ने 1 करोड़ महिलाओं को 'आत्मनिर्भर' बनाया है। नैफेड द्वारा बेचे जा रहे टीएचआर संयंत्रों से अतिरिक्त उत्पादन से महिलाओं की आय में वृद्धि होगी। यह पहल हजारों महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लक्ष्य को साकार करने में मदद करेगी। उन्होंने रक्तदान और पोषण किट वितरण जैसे सामुदायिक प्रयासों की सराहना की।

मुख्यमंत्री योगी, प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश को स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जब इरादे साफ और नीतियां पारदर्शी हों तो परिणाम जल्दी मिलते हैं। यह अभियान मातृ-शिशु स्वास्थ्य और नारी शक्ति को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

उन्होंने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से राज्य स्तरीय कार्यक्रमों का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत मातृत्व लाभ वितरित किए, गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की और बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार किया। मुख्यमंत्री ने मातृत्व के साथ-साथ सुरक्षित बचपन का भी जश्न मनाया। उन्होंने बच्चों को गोद में लिया और उन्हें खिलौने भेंट किए।

उन्होंने समाज में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए निक्षय मित्रों और रक्तदाताओं को सम्मानित किया और कहा कि टीबी उन्मूलन और रक्तदान जैसे प्रयास जन जागरूकता और सामुदायिक सेवा को मजबूत करते हैं। इसके साथ ही, संभव अभियान के अंतर्गत उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, अभिभावकों और ग्राम प्रधानों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया। उन्होंने घोषणा की कि इस महाअभियान के दौरान सभी 75 जिलों के मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में चिकित्सा और स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में महिलाओं, बच्चों और परिवारों के स्वास्थ्य के लिए निःशुल्क जांच और उपचार की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

इस अवसर पर दोनों उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य व ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह व प्रतिभा शुक्ला सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहे।

--आईएएनएस

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