भारत की प्रगति और विकास में आईआईएम संबलपुर को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी : अमिताभ कांत

भारत की प्रगति और विकास में आईआईएम संबलपुर को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी : अमिताभ कांत

नई दिल्ली, 20 मई (आईएएनएस)। जी-20 सेरपा और नीति आयोग के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि देश को 'विकसित भारत' बनाने के लिए आईआईटी और आईआईएम की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

उन्होंने आईआईएम संबलपुर का दौरा किया और इस विजिट के दौरान आईआईएम के प्रोफेसरों और छात्रों से भी बातचीत की।

उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, "दुनिया में वैश्विक चुनौतियों के बीच नई टेक्नोलॉजी जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग प्रवेश कर रही है। वहीं, 'विकसित भारत' बनने के लिए 4 ट्रिलियन डॉलर से 30 प्लस ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की इकोनॉमी बनने का रास्ता तय करना होगा। इसका मतलब हुआ कि हमें अपनी जीडीपी करीब 9 गुना, प्रति व्यक्ति आय 8 गुना और मैन्युफैक्चरिंग को 16 गुना बढ़ाना होगा। इसमें आईआईटी और आईआईएम की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।"

अमिताभ कांत ने इनोवेशन की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, "भारत के स्टार्टअप्स को इनोवेशन की जरूरत है। हमें बैटरी, सोलर, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी हर चीज में नई टेक्नोलॉजी की जरूरत है। यही वजह है कि भारत सरकार ने आईआईएम संबलपुर जैसे कैंपस बनाए हैं। यह जिला भारत की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देता है। यहां से उत्पादित बिजली को देश के 7 राज्यों को उपलब्ध करवाई जाती है। करीब 75 प्रतिशत एल्युमिनियम यहां संबलपुर से बनता है।"

उन्होंने संबलपुर को भारत का सबसे हरित जिला बनाए जाने की पेशकश रखी और इसके लिए आईआईएम के नेतृत्व की बात कही। उन्होंने कहा, "ओडिशा राज्य के संबलपुर जिले में ही महानदी नदी पर स्थित हीराकुंड बांध है, जिसकी मदद से जिले को सबसे हरित जिला बनाने का विचार होना चाहिए।"

अमिताभ कांत ने आईआईएम संबलपुर को सराहते हुए कहा, "मैं आईआईएम संबलपुर आया और बच्चों और प्रोफेसर के साथ चर्चा की। यह एक बहुत अच्छा कैंपस है, मैं कई आईआईएम और आईआईटी में जा चुका हूं, लेकिन यहां का कैंपस बहुत शानदार तरीके से बनाया गया है, जो कि सस्टेनेबल भी है। यह ओडिशा के आर्किटेक्चर पर आधारित है।"

आईआईएम प्रोफेसर कोकिल सेन ने कहा कि हम अमिताभ कांत के इस विजिट का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उन्होंने देश को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। उन्होंने हमें बताया कि देश की वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए आईआईएम संबलपुर किस तरह अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।

--आईएएनएस

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