अहमदाबाद, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (जेआईटीओ) के 'विश्व नवकार महामंत्र दिवस' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति ने आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। गुजरात जेआईटीओ के चेयरमैन ऋषभ पटेल और जेआईटीओ-जेएटीएफ के अध्यक्ष गौतम जैन (मुथा) ने इस पल को समाज के लिए प्रेरणादायक और असाधारण बताया।
ऋषभ पटेल ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम में आना हमारे लिए गर्व का विषय है। उन्होंने मूलभूत जैन सिद्धांतों से जुड़कर नौ अच्छे कारणों को समझाया और समाज को पर्यावरण के प्रति सजग रहने का संदेश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पर एक पेड़ अवश्य लगाए।"
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने नवकार संकल्पों को व्यावहारिक रूप से अपनाने की प्रेरणा दी। प्रधानमंत्री का अल्पसंख्यकों, विशेषकर जैन समुदाय के प्रति सोच, समाज को नई दिशा देगी। अब यह समय है कि कम्युनिटी से राष्ट्र की अपेक्षा को कैसे जोड़ा जाए, इस पर काम हो।
गौतम जैन (मुथा) ने कहा, "यह अनुभव बहुत ही अद्वितीय और असाधारण रहा, जिस मानवीय दृष्टिकोण से प्रधानमंत्री ने जैन समाज की भावना को समझा और नवकार मंत्र का संपूर्ण उच्चारण किया, वह भावुक कर देने वाला था। हमें उम्मीद नहीं थी कि उन्हें मंत्र पूरी तरह याद होगा, लेकिन जिस श्रद्धा से उन्होंने मंत्र पढ़ा, लगा जैसे वह इसे बचपन से आत्मसात किए हुए हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "जेआईटीओ का उद्देश्य यही है कि 'हम जैन एक हैं' – इस भावना को समर्पित यह आयोजन नवकार दिवस के रूप में विश्व पटल पर स्थापित हो। जैसे योग दिवस आज एक अंतरराष्ट्रीय पहचान बन गया है, वैसे ही नवकार दिवस को भी प्रधानमंत्री के सहयोग से वैश्विक मान्यता मिल सकती है।"
उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि नवकार महामंत्र एक ऐसा रास्ता है, जो इंसान को भीतर से शुद्ध करता है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से एकता का संदेश जाता है।
--आईएएनएस
डीएससी/जीकेटी