कोरबा, 26 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही 'प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना' छत्तीसगढ़ के कोरबा में रहने वाले लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। 'प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना' के तहत ' यहां जन औषधि' केंद्र खोला गया है। इस केंद्र से लोग बाजार में मिलने वाली महंगी दवाओं की तुलना में सस्ते दरों पर दवाइयां ले रहे हैं। औषधि केंद्र से दवाइयां लेने वाले कुछ लोगों के साथ न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने बातचीत की।
कोरबा में 'जन औषधि' केंद्र के संचालक ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा साल 2015 में 'जन औषधि' केंद्र की पॉलिसी लागू की गई। देशभर में संचालित हो रहे औषधि केंद्रों पर बाजार की तुलना में बेहद कम दर पर दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। उदाहरण के तौर पर अगर किसी दवा का दाम बाजार में 100 रुपये है, तो वही दवा औषधि केंद्र पर 10 रुपये में मिल रही है। इससे लोगों को सीधे तौर पर 90 रुपये का फायदा हो जाता है। जन औषधि केंद्रों पर मिलने वाली दवाएं गुणवत्तापूर्ण हैं। लोग भी ज्यादा संख्या में औषधि केंद्र पर आ रहे हैं और सस्ते दरों पर दवाएं ले रहे हैं। औषधि केंद्र के खुलने से लोगों को काफी राहत है।
औषधि केंद्र से दवाएं खरीद रहे नानक सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित इस औषधि केंद्र में सस्ते दर पर दवाएं मिल रही हैं। प्राइवेट मेडिकल स्टोर पर काफी महंगी दवा मिलती है। लेकिन, जब हम इस औषधि केंद्र से दवा लेते हैं, तो काफी सस्ती मिलती है। औषधि केंद्रों पर 50 फीसदी से लेकर 90 फीसदी तक की छूट मिलती है। यहां की दवाएं मरीज के लिए कारगर साबित होती है।
केंद्र पर दवाएं खरीदने के लिए आ रहे अन्य लोगों का भी यही कहना था कि इस औषधि केंद्र पर बाजार की तुलना में सस्ते दरों पर दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे काफी बचत हो रही है।
बता दें कि 'प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना' का उद्देश्य लोगों को किफायती दामों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है। साथ ही जेनेरिक दवाओं के बारे में जनता में जागरूकता पैदा करना है।
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