पौड़ी, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तराखंड के पौड़ी में विश्व दिव्यांग दिवस पर राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह में मौजूद दक्ष दिव्यांग कर्मचारियों और स्वरोजगारियों ने सरकार एवं प्रशासन द्वारा मिल रहे सहयोग और सम्मान पर संतोष और आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में राज्य स्तरीय चयन प्राप्त दो दक्ष दिव्यांग कर्मचारी और तीन दक्ष दिव्यांग स्वरोजगारियों को 8-8 हजार रुपए, प्रमाण पत्र, प्रशस्ति पत्र व शॉल प्रदान किए गए। सम्मानित दिव्यांगजनों ने कहा कि यह पहल न केवल उनके मनोबल को बढ़ाती है, बल्कि समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने का मार्ग प्रशस्त करती है।
दिव्यांगजनों ने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं जैसे पुनर्वास सहायता, उपकरण उपलब्धता, पेंशन, प्रशिक्षण, रोजगार और तकनीकी सहयोग, उनकी प्रतिभा को उभारने और मुख्यधारा में लाने में बेहद सहायक सिद्ध हो रही हैं।
सम्मानित दिव्यांग स्वरोजगारियों ने बताया कि वित्तीय सहायता, मार्गदर्शन और उपकरण उपलब्ध होने से वे अपने व्यवसाय में आगे बढ़ पाए हैं। वहीं, दिव्यांग कर्मचारी ने कहा कि कार्यस्थल पर सुविधाएं और प्रशासनिक सहयोग उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा है।
दिव्यांगजनों ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी जाने वाली निःशुल्क सेवाओं, जैसे पेंशन, प्रमाणपत्र, बैंक-बीमा कार्य, क्षतिपूर्ति, सलाह और कानूनी सहायता की भी सराहना की और कहा कि यह सहयोग कई जटिल प्रक्रियाओं को सरल बनाता है।
दक्ष दिव्यांगजनों ने सामूहिक रूप से कहा कि विश्व दिव्यांग दिवस तभी सार्थक है जब हमें समान अवसर, सम्मान और पहुंच की सुविधा मिले, और आज प्रशासन की यह पहल हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रक्षा नेगी ने दिव्यांग भाई-बहनों को संदेश देते हुए कहा कि आप किसी भी क्षेत्र में अपने आप को कम न समझें और एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हुए अपने जीवन को जिएं। क्योंकि हमारे नाम के आगे दिव्यांग लिखा हुआ है, इससे साफ होता है कि हम लोग दिव्य हैं और खास हैं। आज का दिन मेरे लिए काफी खास रहा है क्योंकि मुझे राज्य स्तरीय पुरस्कार मिला है। इसके लिए मैं राज्य सरकार, समाज कल्याण विभाग और अपने परिजनों का धन्यवाद देना चाहती हूं।
पशुधन प्रसार अधिकारी मनीष रावत ने कहा कि इस दिवस पर हमें सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज राज्य सरकार ने दिव्यांग के लिए आगे बढ़ने के अवसर पैदा किए हैं, उसके लिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद। कम से कम कोई तो हमें देख रहा है कि कैसे हम विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे हैं।
--आईएएनएनस
एमएस/एबीएम