नीमच, मध्य प्रदेश : कहते हैं हौसले बुलंद हों तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है नीमच जिले की खोर ग्राम पंचायत के महिला स्वयं सहायता समूह ने। इन महिलाओं ने न सिर्फ खुद की पहचान बनाई, बल्कि दूसरी महिलाओं के लिए भी एक आदर्श स्थापित किया है। जावद तहसील के खोर गांव की महिलाओं ने कोरोना महामारी के समय एक स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाओं के सैनिटरी पैड बनाने का काम शुरू किया। "नारी स्वाभिमान" नाम रखकर महिलाओं के स्वाभिमान को बढ़ाने के लिए पहला कदम बढ़ाया। इस महिला स्वयं सहायता समूह को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की मदद से नए पंख लगे। आज इस समूह की महिलाएं सफलता की उड़ान भर रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत इस समूह को 3 लाख रुपए की आर्थिक मदद के साथ कोरोना के समय पीपीई किट बनाने का पहला काम मिला। आज इस समूह की महिलाएं बड़े पैमाने पर सैनिटरी पैड बनाकर अपनी और अपने परिवार की आजीविका चला रही है।
Neemuch के महिला स्वयं सहायता समूह का कमाल, महिला सशक्तिकरण की पेश की मिसाल
Updated: July 8, 2025 11:11 PM