प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए 2010 में ‘वांचे गुजरात’ अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य सभी उम्र के लोगों में पुस्तक पढ़ने की आदत विकसित करना था। उनका मानना था कि पढ़ाई से विचारों की मजबूती और समझ बढ़ती है। इस अभियान के तहत स्कूलों और सरकारी संस्थानों में लोगों को पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया, जिससे समाज में ज्ञान का प्रसार हुआ। इसके बाद, प्रधानमंत्री बनने पर उन्होंने 2018 में ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम शुरू किया, जिसमें वे बच्चों से संवाद कर परीक्षा का डर दूर करते और जीवन में सफलता के मार्ग बताते हैं। ‘वांचे गुजरात’ से लेकर ‘परीक्षा पे चर्चा’ तक, मोदी के ये प्रयास विचार शक्ति को मजबूत कर जीवन दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के ‘वांचे गुजरात’ से ‘परीक्षा पे चर्चा’ तक, ज्ञान और सफलता की प्रेरणादायक यात्रा
Updated: October 6, 2025 7:32 AM