नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को चाणक्यपुरी, नई दिल्ली के द लीला पैलेस में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात क्षेत्रीय सम्मेलनों (वीजीआरसी) - इंटरैक्शन मीट को संबोधित किया। इस आयोजन में देश के गणमान्य उद्योगपति, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और मीडिया प्रतिनिधि शामिल हुए। इस इंटरैक्शन मीट का आयोजन गुजरात में होने वाले आगामी वाइब्रेंट गुजरात क्षेत्रीय सम्मेलनों के लिए मंच तैयार करने और सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा बताने के उद्देश्य से किया गया।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इंटरैक्शन मीट में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का अभिवादन करते हुए गुजरात में वीजीआरसी सम्मेलनों के आयोजन के दृष्टिकोण को व्यक्त किया। उन्होंने याद किया कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में वर्ष 2003 में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (वीजीजीएस) की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य गुजरात को वैश्विक औद्योगिक नक्शे पर स्थापित करना था।
उन्होंने बताया कि पिछले 20 वर्षों में, इस समिट ने गुजरात के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया है। आज, गुजरात भारत के जीडीपी में 8.5%, औद्योगिक उत्पादन में 18% और देश के निर्यात में लगभग 27% का योगदान देता है। सीएम भूपेंद्र पटेल ने इस बात पर जोर दिया कि वीजीआरसी के आयोजन का उद्देश्य इस सफलता को गुजरात के हर जिले और क्षेत्र तक विस्तारित करने का है, ताकि विकास के लाभ राज्य के हर कोने तक पहुंचे। जो की प्रधानमंत्री के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' मंत्र के अनुरूप है। साथ ही उन्होंने बताया कि गुजरात में उद्योग के कुछ क्षेत्रों में इतनी अपार संभावनाएं हैं कि उनका उत्पादन सभी राज्यों से भी अधिक है। वीजीआरसी का उद्देश्य इन अवसरों को अनलॉक करना, निवेशकों को क्षेत्रीय तंत्र से सीधे जोड़ना और एमएसएमई व सहायक उद्योगों को एक साथ बढ़ने में सक्षम बनाना है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में गुजरात की औद्योगिक विकास की आगामी तैयारियों को भी रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में गुजरात में गिफ्ट सिटी, धोलेरा और मंडल-बेचरजी एसआईआर, ग्रीनफील्ड पोर्ट, एलएनजी टर्मिनल के साथ नए औद्योगिक पार्क जैसे-पीएम-मित्रा, बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस और एग्रो फूड पार्क को विकसित करने की योजना है। ये परियोजनाएं क्षेत्रीय सम्मेलनों के साथ मिलकर गुजरात को 2047 तक 3.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेंगी।
वीजीआरसी सम्मेलन के कार्यक्रमों की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि पहला वीजीआरसी 9-10 अक्टूबर 2025 को मेहसाणा में आयोजित होगा, इसके बाद हर तिमाही में राजकोट (कच्छ-सौराष्ट्र), सूरत (दक्षिण गुजरात), और वडोदरा (मध्य गुजरात) में आयोजन होंगे। इनके साथ व्यापार शो, प्रदर्शनियां और क्षेत्रीय उत्पादों को प्रदर्शित करने व अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सेक्टोरल सेमिनारों का भी आयोजन किया जाएगा।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने इसके साथ ही गुजरात की क्षेत्रीय आकांक्षाओं को राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं के साथ जोड़ने की प्रतिबद्धता दोहराई और बताया कि इस वर्ष वीजीआरसी की थीम- 'क्षेत्रीय आकांक्षाएं और वैश्विक महत्वाकांक्षाएं' प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल और लोकल फॉर ग्लोबल के आह्वान के साथ जुड़ी हुई है। यह पहल न केवल आत्मनिर्भर भारत को मजबूत करेगी, बल्कि विकसित भारत- 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
भारत सरकार के डीपीआईआईटी के सचिव अमरदीप सिंह भाटिया ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि डीपीआईआईटी इस सम्मेलन की नीतियों को आकार देने, सुधारों को लागू करने और व्यवसायों के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए कठिन परिश्रम कर रहा है, ताकि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके। वीजीआरसी के ये क्षेत्रीय सम्मेलन वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की सफलता और विरासत पर आधारित हैं। जो गुजरात की क्षेत्रीय क्षमता को प्रदर्शित करने, जमीनी स्तर पर विकास को बढ़ावा देने और स्थानीय आकांक्षाओं को विकसित भारत- 2047 के व्यापक दृष्टिकोण के साथ जोड़ने का मंच प्रदान करेंगे।
--आईएएनएस
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