नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका ने जब से यूक्रेन शांति समझौते को लेकर 28 प्वाइंट में पीस प्लान ड्राफ्ट पेश किया है, तब से इस बात की जमकर चर्चा हो रही है कि यह रूस के पक्ष में है। हालांकि, अमेरिका के विदेश सचिव मार्को रुबियो ने शनिवार को सांसदों के इन आरोपों को खारिज कर दिया कि 28 प्वाइंट वाले पीस प्लान का मकसद रूसी मांगों को दिखाना है।
इससे पहले रुबियो का एक बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने इस बात को माना कि मॉस्को के योगदान से पीस प्लान को तैयार किया गया है। इसे लेकर चर्चा तेज होने के बाद रुबियो का नया बयान सामने आया है।
रुबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "शांति प्रस्ताव अमेरिका ने लिखा था। इसे चल रही बातचीत के लिए एक मजबूत फ्रेमवर्क के तौर पर पेश किया गया है। यह रूसी पक्ष के इनपुट पर आधारित है, लेकिन यह यूक्रेन के पिछले और चल रहे इनपुट पर भी आधारित है।"
इससे पहले 20 नवंबर को उन्होंने एक पोस्ट किया था। इसे टैग करके रुबियो ने नया पोस्ट किया। अमेरिकी विदेश सचिव ने लिखा था, "यूक्रेन जैसे मुश्किल और खतरनाक युद्ध को खत्म करने के लिए गंभीर और असलियत के करीब विचारों पर बड़े पैमाने पर बातचीत की जरूरत है। एक पक्की शांति पाने के लिए दोनों पक्षों को मुश्किल लेकिन जरूरी रियायतों पर सहमत होना होगा। इसीलिए हम इस लड़ाई के दोनों पक्षों से मिले इनपुट के आधार पर इस युद्ध को खत्म करने के लिए संभावित विचारों की एक लिस्ट बना रहे हैं और बनाते रहेंगे।"
रूस और यूक्रेन के लिए जो समझौता प्लान तैयार किया गया, उसके दस्तावेजों को पूरी तरह से अमेरिका ने तैयार किया है। इससे पहले अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने कहा था कि शांति समझौते का फ्रेमवर्क वाशिंगटन ने तैयार किया। इसमें रूस और यूक्रेन दोनों के इनपुट शामिल थे।
प्रवक्ता पिगॉट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जैसा कि विदेश मंत्री रुबियो और सरकार ने लगातार कहा है कि यह प्लान अमेरिका ने बनाया था, जिसमें रूस और यूक्रेन दोनों का इनपुट था।"
दूसरी ओर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देकर कहा है कि रूस-यूक्रेन के बीच सालों से जारी इस संघर्ष को खत्म करने के मकसद से जो पीस प्लान तैयार किया गया है, वह कीव के लिए आखिरी ऑफर नहीं है।
वहीं, यूक्रेन ने ट्रंप के पीस प्लान पर चिंता जाहिर की। यूक्रेन ने इस ड्राफ्ट में बदलाव की जरूरतों का जिक्र किया। इसके बाद ही ट्रंप का ये बयान सामने आया है।
व्हाइट हाउस के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर जेलेंस्की इस प्रस्ताव को मना कर देते हैं, तो वह पूरी जान से लड़ सकते हैं।
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन से 27 नवंबर तक डील स्वीकार करने की अपील की, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या यह उनका आखिरी प्रस्ताव है, तो ट्रंप ने कहा, "नहीं, हम शांति चाहते हैं। किसी न किसी तरह, हम इसे खत्म कर देंगे।"
--आईएएनएस
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