सिंहावलोकन 2025: वे सितारें, जिन्होंने अपने किरदारों से जीता दर्शकों का दिल

सिंहावलोकन 2025: वे सितारें जिन्होंने अपने किरदारों से जीता दर्शकों का दिल, दिखाया कला का नया रूप

नई दिल्ली, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। साल 2025 फिल्म जगत के लिए शानदार रहा। कुछ फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की, तो कुछ फिल्मों के किरदार इतने ज्यादा पसंद किए गए कि वे करियर के शीर्ष पर पहुंच गए। आज हम इन किरदारों के बारे में बताएंगे, जो अपनी फिल्मों की वजह से चर्चा में रहे।

पहले नंबर पर आते हैं अक्षय खन्ना, जो साल की शुरुआत में फिल्म 'छावा' में 'औरंगजेब' और साल के आखिर में 'रहमान डकैत' बनकर छा गए हैं। ये दोनों ही किरदार अभिनेता के करियर के सबसे शानदार किरदारों में से एक रहे हैं। अपने किरदारों की बदौलत ही अभिनेता ने खुद को दोबारा हिंदी सिनेमा में स्थापित किया।

फरवरी में रिलीज हुई 'सुपरबॉयज़ ऑफ़ मालेगांव' में आदर्श गौरव का किरदार शानदार रहा। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक छोटे शहर में रहने वाले लड़कों का ग्रुप अपने सपनों को पूरा करने के लिए जिंदगी की रोलर कोस्टर राइड का मजा लेता है। फिल्म में आदर्श गौरव ने एक ऐसे युवक का रोल निभाया जो छोटे स्तर से अपनी कहानी शुरू करता है। फिल्म कॉमेडी और इमोशन से भरी हुई है।

फिल्म ‘मिसेज’ में सान्या मल्होत्रा ​​के किरदार को भी भूलाया नहीं जाता। अभिनेत्री का किरदार एक गृहिणी का था, लेकिन इस किरदार ने समाज में महिलाओं के प्रति रखी जाने वाली सोच को पर्दे पर अच्छे से उजागर किया। अभिनेत्री ने अपने किरदार में महिला की छोटी-छोटी उम्मीद, खुशी और पीड़ा को पर्दे पर अच्छे से दिखाया। बेहतरीन एक्टिंग के लिए सान्या को कई पुरस्कारों से नवाजा गया है।

ऑस्कर के लिए शॉर्टलिस्ट होने वाली फिल्म 'होमबाउंड' का हर किरदार बेहद मार्मिक है, लेकिन विशाल जेठवा का किरदार चंदन कुमार वाल्मिकी शानदार रहा। फिल्म जाति भेदभाव और दो युवाओं की गहरी दोस्ती को दिखाती है। फिल्म में जेठवा ने छोटी जाति पर होने वाले अत्याचार को मार्मिक तरीके से अपने किरदार के जरिए पेश किया है और उनके अभिनय की सहजता ने किरदार को दर्शकों के लिए प्रभावशाली बना दिया है।

अभिषेक बनर्जी की फिल्म 'स्टोलन' उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। फिल्म का प्रीमियर अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में हुआ और उसे खूब सराहना मिली, लेकिन बनर्जी के अभिनय पर ही सबकी नजरें टिक गईं। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति का किरदार निभाया जो हमेशा तनाव और भय में जीता है। स्त्री जैसी फिल्मों में हंसाने वाले अभिषेक इस फिल्म में अलग और अनोखे किरदार में दिखे हैं, जहां हर सीन के साथ उनके चेहरे के एक्सप्रेशन बदल जाते हैं।

--आईएएनएस

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