ऋषिकेश और देहरादून के लिए 547.83 करोड़ रुपए मंजूर, सीएम धामी ने पीएम मोदी का जताया आभार

ऋषिकेश और देहरादून के लिए 547.83 करोड़ रुपए मंजूर, सीएम धामी ने पीएम मोदी का जताया आभार

देहरादून, 13 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्र सरकार ने ऋषिकेश में अंडरग्राउंड केबलिंग और राजधानी देहरादून में एससीएडीए कार्यों के लिए 547.83 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। इसकी जानकारी खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए दी।

इसके साथ ही सीएम धामी ने देवभूमि की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अंडरग्राउंड केबलिंग से विद्युत आपूर्ति अधिक स्थिर होगी। साथ ही आपदा और मौसम जनित अवरोधों से भी सुरक्षा मिलेगी। रखरखाव की लागत घटेगी और शहरी सौंदर्य भी बेहतर होगा।

सीएम पुष्कर धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''पूर्व में किए गए अनुरोध पर केंद्र सरकार द्वारा ऋषिकेश में अंडरग्राउंड केबलिंग एवं देहरादून में एससीएडीए कार्यों के लिए 547.83 करोड़ रुपए की मंजूरी प्रदान करने पर देवभूमिवासियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक आभार।''

उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, ''यह परियोजना विद्युत अवसंरचना को आधुनिक, सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अंडरग्राउंड केबलिंग से विद्युत आपूर्ति अधिक स्थिर होगी, आपदा व मौसम जनित अवरोधों से सुरक्षा मिलेगी, रखरखाव की लागत घटेगी तथा शहरी सौंदर्य भी बेहतर होगा। हमारी डबल इंजन सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सर्वांगीण और सर्वस्पर्शी विकास के लिए प्रतिबद्ध है।''

इससे पहले सीएम धामी ने अपने आवास पर ध्वज फहराकर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की शुरुआत की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर फोटो शेयर करते हुए लिखा, ''शासकीय आवास पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का हिस्सा बनकर राष्ट्रध्वज तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रारंभ हुआ यह जनांदोलन आज करोड़ों देशवासियों के भीतर राष्ट्रगौरव और देशभक्ति का भाव जागृत कर रहा है। प्रदेश के सभी नागरिकों से आग्रह है कि इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने घर, प्रतिष्ठान, कार्यस्थल और संस्थानों पर तिरंगा पूर्ण सम्मान एवं गौरव के साथ फहराएं। स्वाधीनता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले अमर सेनानियों को स्मरण कर नमन करें तथा तिरंगे के संग अपनी तस्वीर लेकर आधिकारिक वेबसाइट पर साझा कर इस महाअभियान का हिस्सा बनें।''

--आईएएनएस

एसके/एबीएम