नई दिल्ली, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि कैलेंडर वर्ष 2024 और 2025 में भारतीय रेलवे ने 1,20,579 रिक्तियों के लिए भर्ती निकाली हैं। साथ ही बताया कि 2014-15 से लेकर 2024-25 में 5.08 लाख लोगों को नौकरी दी है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में एक सवाल के जवाब में लिखित उत्तर में बताया कि भारतीय रेलवे के आकार, स्थानिक वितरण और संचालन की गंभीरता को देखते हुए, रिक्तियों का उत्पन्न होना और भरना एक सतत प्रक्रिया है। नियमित संचालन, प्रौद्योगिकी में परिवर्तन, मशीनीकरण और नवीन प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त और उपयुक्त जनशक्ति उपलब्ध कराई जाती है। रिक्तियों को मुख्य रूप से रेलवे द्वारा परिचालन और तकनीकी आवश्यकताओं के अनुसार भर्ती एजेंसियों के माध्यम से नियुक्तियां करके भरा जाता है।
रेल मंत्रालय के मुताबिक, जनवरी से दिसंबर 2024 के दौरान, सहायक लोको पायलट (एएलपी), तकनीशियन, उप-निरीक्षक, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में कांस्टेबल, जूनियर इंजीनियर (जेई) / डिपो सामग्री अधीक्षक (डीएमएस) / रासायनिक और धातुकर्म सहायक (सीएमए), पैरामेडिकल श्रेणियां, गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियां (स्नातक), गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियां (स्नातक), मंत्रिस्तरीय और पृथक श्रेणियां और लेवल-1 श्रेणियां जैसे सहायक, ट्रैक मेंटेनर और पॉइंट्समैन के पदों को भरने के लिए 92,116 रिक्तियों के लिए दस केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचनाएं (सीईएन) अधिसूचित की गई हैं।
इसके अलावा, वर्ष 2025 के वार्षिक कैलेंडर के अनुसार, 28,463 रिक्तियों के लिए सात केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचनाएं (सीईएन) भी जारी की गई हैं।
रेलवे ने आगे कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) परीक्षाएं काफी तकनीकी प्रकृति की होती हैं, जिनमें बड़े पैमाने पर कर्मचारियों और संसाधनों का उपयोग और जनशक्ति का प्रशिक्षण शामिल होता है। रेलवे ने इन सभी चुनौतियों का सामना किया और सभी निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करते हुए पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न की। पूरी प्रक्रिया के दौरान पेपर लीक या इसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई।
मंत्रालय के मुताबिक, रेलवे की ओर से 2014-15 से 2024-25 में 5.08 लाख लोगों को विभिन्न पदों पर नियुक्त किया गया है, जबकि यह संख्या 2004-05 से 2013-14 के बीच 4.11 लाख थी, जो दिखाता है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में रेलवे में अधिक लोगों को नौकरियां मिली हैं।
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