पाकिस्तान को कितना नुकसान हुआ, राहुल गांधी को नहींं दिखता : पूर्व डीजीपी एसपी वैद

'पाकिस्तान को कितना नुकसान हुआ, राहुल गांधी को नहींं दिखता?', पूर्व डीजीपी एस.पी. वैद

जम्मू-कश्मीर, 19 नवंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 272 रिटायर्ड जजों और ब्यूरोक्रेट्स ने चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी लिखने वालों में जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एस.पी. वैद भी शामिल हैं। इसको लेकर एस.पी. वैद का कहना है कि चिट्ठी लिखने वाले सभी बुद्धिजीवी, हाई कोर्ट के जज, आर्मी और सुरक्षा बलों से जुड़े अधिकारी समेत पुलिस अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि हमारी चिंता सिर्फ देश के लिए है, किसी राजनीतिक दल के लिए नहीं।

उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि हम चाहते हैं कि विपक्ष एक मजबूत भूमिका निभाए, लेकिन विपक्ष के नेता को संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाना और देश के खिलाफ बोलना शोभा नहीं देता। पहले राहुल गांधी भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाते थे। ऐसे कई उदाहरण हैं। सुरक्षा बल आपके भी हैं, सिर्फ सरकार के नहीं। उनकी आलोचना करना मतलब देश की आलोचना करना है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पूछते हैं कि कितने जहाज गिरे? आपने पाकिस्तान से पूछा कि कितने जहाज गिरे? उन्हें सुरक्षा बलों से पूछना चाहिए था कि आपने पाकिस्तान के कितने जहाज गिराए। एक्सपर्ट ने साफ बताया है कि पाकिस्तान का कितना नुकसान हुआ है। अगर एक्सपर्ट को दिखता है तो राहुल गांधी को यह नहीं दिखता क्या? आप तो अपनी ही सेना से सवाल पूछते हैं कि कितने जहाज गिरे।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाते हैं। सुप्रीम कोर्ट सबका है। उसका फैसला हमेशा सरकार के पक्ष में नहीं जाता। सरकार चुप रहती है, फैसले को आगे चैलेंज करती है। आप संसद पर सवाल उठाते हैं, उसका हिस्सा तो आप भी हैं। कुछ समय से चुनाव आयोग को भी टारगेट कर रहे हैं। एसआईआर देश से बाहर से आए लोगों के लिए है। बाहर से आकर फेक आईडी के जरिए वोटर आईडी जिन लोगों ने बनवाई है, उन्हें निकालना चुनाव आयोग का काम है।

पूर्व डीजीपी ने कहा कि हर आदमी चाहता है कि यहां देशवासी ही वोट करें। बांग्लादेशी, रोहिंग्या या किसी अन्य देश के लोग थोड़ी तय करेंगे कि यहां सरकार किसकी होगी। राहुल गांधी को लेकर उन्होंने कहा कि आपकी सरकार लगभग 60 से 65 साल रही है। तब बिहार चुनाव में कत्ल होते थे, बूथ कैप्चरिंग होती थी, धांधली होती थी। तीन-तीन बार दोबारा चुनाव होता था। उसी बिहार में इस बार दोबारा चुनाव की जरूरत नहीं पड़ी। कोई हिंसा नहीं हुई। इसकी तारीफ की जानी चाहिए। इसकी जगह आप चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं।

अनमोल बिश्नोई को भारत लाए जाने पर वैद ने कहा कि हमारी एजेंसियों के लिए यह एक बड़ी कामयाबी है। वह वांटेड है।

--आईएएनएस

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