चेन्नई, 27 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राजेंद्र चोल की भव्य प्रतिमा स्थापित करने का ऐलान किया गया है। उनकी घोषणा की गंगईकोंडा चोलपुरम विकास समिति ने सराहना की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को तमिलनाडु के अरियालुर जिले में स्थित प्रतिष्ठित गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में दर्शन किए और चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती के अवसर पर पूजा-अर्चना की।
"शैव सिद्धांत और चोल मंदिर कला" शीर्षक वाली फोटो प्रदर्शनी देखने के बाद प्रधानमंत्री ने गंगईकोंडा चोलेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में महान शासकों राजराजा चोल और राजेंद्र चोल की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
प्रधानमंत्री की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गंगईकोंडा चोलपुरम विकास समिति के अध्यक्ष गोमगन ने पत्रकारों से बातचीत में आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री का गंगईकोंडा चोलपुरम दौरा हम सभी के लिए एक खुशी की बात है। 2014 से हम गंगईकोंडा चोलपुरम विकास समिति की ओर से आदि तिरुवथिरई उत्सव मनाते आ रहे हैं। हम साल 2022 से आदि तिरुवथिरई उत्सव को राजकीय उत्सव के रूप में मान्यता देने के लिए मुख्यमंत्री स्टालिन के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।"
उन्होंने कहा कि हम राजेंद्र चोल की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं, जो भारतीय राजाओं के बीच एक विशाल नौसेना के निर्माण और दक्षिण पूर्व एशिया में नौसैनिक अभियानों का नेतृत्व करने के लिए प्रसिद्ध हैं। आज राजेंद्र चोल को विशेष श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा उनकी तस्वीर वाला 1,000 रुपए का सिक्का जारी किया गया, जो हम सभी के लिए गर्व और खुशी की बात है।
--आईएएनएस
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