सूरत, 22 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार की तरफ से लेबर कोड में बदलाव के बाद मजदूरों में खुशी है। गुजरात के सूरत में मजदूरों ने शनिवार को कहा कि देश में नए श्रम कानून लागू हो गए हैं, जिन्हें भारतीय लेबर सिस्टम में अब तक का सबसे बड़ा परिवर्तन माना जा रहा है।
सरकार ने पहले के 29 लेबर कोड को चार नए लेबर कोड से बदल दिया है। चार लेबर कोड में कोड ऑन वेजेज, 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड, 2020, कोड ऑन सोशल सिक्योरिटी, 2020, और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड, 2020 शामिल हैं। इसके बदल जाने से अब मजदूरों का काफी फायदा होने वाला है।
सोशल वर्कर देवी प्रसाद ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "हम लोग नए लेबर कोड का स्वागत करते हैं। इससे मजदूरों को काफी फायदा होने वाला है। पहले ये सब नहीं था, आने वाले दिनों में और अच्छा होने की उम्मीद जताई जा सकती है। केंद्र सरकार की तरफ से लाया गया नियम सबके हित में है।"
ठेकेदार प्रदीप तिवारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से जो लेबर कोड में सुधार किया गया है वहां काफी अच्छा है। यह सबके हित में लेने वाला फैसला है। इसमें खास बात यह है कि महिलाओं और पुरुष को समान्यता प्रदान की गई है। तय समय से ज्यादा काम करने पर अतिरिक्त पैसा मिलने से काफी सुधार देखने को मिलेगा।
विनीत कुमार शुक्ला ने कहा कि अब नए नियम में मजदूरी करने आने वाले लोगों को उनका अधिकार मिल सकता है। सबसे अच्छा यह है कि इनको पहले दिन से ही वो मूलभूत सुविधाएं मिलने लगेंगी, जिसके वह हकदार है। पहले इसके लिए इनको इंतजार करना पड़ता था और लोगों को सारे नियम के बारे में जानकारी भी नहीं मिल पाती थी।
बैंकिंग सेक्टर के सुशील तिवारी ने कहा कि सरकार ने सबके हित में बहुत अच्छा फैसला लिया है। इन नए कानूनों से लोगों को जल्द ही उनका अधिकार मिल सकता है। इन नए नियमों के बाद से किसी को कोई शोषण नहीं कर सकता है। 40 साल से अधिक उम्र के कर्मचारियों के लिए साल में एक बार मुफ्त स्वास्थ्य जांच (फ्री हेल्थ चेकअप) भी सुनिश्चित की गई है।
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