नई दिल्ली, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। पेरिमेनोपॉज महिलाओं के लिए एक चुनौतीपूर्ण दौर होता है। इस समय मूड स्विंग्स, अजीब-अजीब क्रेविंग्स, पेट फूलना, त्वचा का बेजान हो जाना और बेचैनी के साथ नींद न आने जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। हार्मोनल बदलावों के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन अच्छी खबर यह है कि इन लक्षणों को कम करने का सरल और प्राकृतिक उपाय है, रोजाना केसर का पानी पीना।
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा के अनुसार, केसर का पानी पेरिमेनोपॉज या प्रीमेनोपॉज के दौरान महिलाओं के लिए वरदान साबित हो सकता है। केसर हार्मोनल बदलावों में बड़ी मदद करते हैं। यह मूड और एंग्जायटी को कंट्रोल करने में कारगर है।
एक रिसर्च में पाया गया कि केसर ने एंग्जायटी को करीब 33 प्रतिशत और डिप्रेशन के लक्षणों को 32 प्रतिशत तक कम किया, बिना किसी साइड इफेक्ट के। यह सेरोटोनिन को सपोर्ट करता है, जिससे इमोशनल स्टेबिलिटी बेहतर होती है। हार्मोनल उतार-चढ़ाव से सेरोटोनिन कम होने पर स्ट्रेस क्रेविंग्स बढ़ जाती हैं। केसर इन क्रेविंग्स को रेगुलेट करता है, खासकर मीठा खाने की इच्छा को कम करता है।
केसर का पानी त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। एस्ट्रोजन कम होने से त्वचा बेजान हो जाती है, लेकिन केसर में मौजूद क्रोसिन और सैफ्रानल माइक्रो सर्कुलेशन सुधारते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करते हैं, जिससे चमक लौटती है। यह पेट फूलने की समस्या में भी राहत देता है। पेरिमेनोपॉज में पाचन धीमा पड़ जाता है, लेकिन केसर पाचन तंत्र को शांत करता है और गैस की समस्या कम करता है। इसके अलावा, यह ऐंठन, मूड स्विंग्स और कार्ब्स क्रेविंग को भी कम करता है।
केसर में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो शरीर को एनर्जी देते हैं और कई संक्रमणों से सुरक्षा भी करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव और हानिकारक फ्री रेडिकल्स से कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को भी रोकते हैं, जिससे स्वास्थ्य बेहतर रहता है। साथ ही, केसर मस्तिष्क के लिए भी लाभकारी है। यह याददाश्त को मजबूत बनाता है और सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार लाता है।
नियमित और संतुलित मात्रा में केसर और केसर के पानी का सेवन इन सभी फायदों को प्राप्त करने का प्राकृतिक तरीका है। रोजाना केसर का पानी पीने से ये समस्याएं नियंत्रित रहती हैं। केसर का पानी बनाना आसान है। कुछ धागे गुनगुने पानी में भिगोकर सुबह-शाम पीने से राहत मिलती है।
--आईएएनएस
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