लखनऊ, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग दिसंबर और जनवरी माह में सहायक अध्यापक (प्रशिक्षित स्नातक) भर्ती परीक्षा आयोजित करेगा। इस परीक्षा के माध्यम से 15 विषयों के कुल 7,466 पदों पर भर्ती की जाएगी।
सरकार का मानना है कि यह प्रक्रिया न केवल युवाओं के सपनों को नई ऊंचाई देगी, बल्कि प्रदेश के शैक्षिक और आर्थिक विकास को गति देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, सरकार ने परीक्षा को पूरी तरह निष्पक्ष, पारदर्शी और नकलविहीन बनाने के लिए व्यापक तैयारी की है। सभी परीक्षा केंद्रों की निगरानी संबंधित जिलों के जिलाधिकारी स्वयं करेंगे। किसी भी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों के अनुसार परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के लिए बहुस्तरीय व्यवस्था की गई है। प्रवेश के समय बायोमेट्रिक सत्यापन, सघन फ्रिस्किंग, सभी कैमरों का पूर्णत: सक्रिय रहना, एलआईयू और एसटीएफ की स्पेशल टीमें सतत निगरानी करेंगी। प्रश्नपत्रों की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए कलर और कोड आधारित एसएमएस प्रणाली लागू होगी। गोपनीय सामग्री की ट्रेजरी से निकासी और परीक्षा केंद्रों तक पहुंच का कार्य निर्धारित समय पर सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा कराया जाएगा।
अभ्यर्थियों की सुविधा सर्वोपरि सभी परीक्षा केंद्रों पर स्वच्छ पेयजल, शौचालय, पर्याप्त प्रकाश, बैठने की व्यवस्था सहित आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। परीक्षा से संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी पहले ही पूर्ण किया जा चुका है।
सरकार का दावा है कि साढ़े आठ वर्षों में 8.5 लाख से अधिक सरकारी नियुक्तियां देकर रिकॉर्ड कायम किया है। तकनीक-आधारित, पारदर्शी और त्वरित भर्ती प्रणाली ने युवाओं को बड़े पैमाने पर अवसर प्रदान किए हैं। साथ ही प्रदेश में बढ़ते निवेश के चलते निजी क्षेत्र में भी रोजगार के नए द्वार खुले हैं। यह भर्ती परीक्षा प्रदेश में मिशन रोजगार की रफ्तार को और बढ़ाने वाली मानी जा रही है।
--आईएएनएस
विकेटी/एसके