लातूर, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने महाराष्ट्र के लातूर जिले में गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। जिले के औसा शहर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में इस योजना के तहत मिले गैस कनेक्शनों ने महिलाओं को पारंपरिक चूल्हे के धुएं से होने वाली समस्याओं से राहत दिलाई है और उनका दैनिक जीवन पहले से कहीं अधिक सुरक्षित और आसान बना दिया है।
औसा शहर की उज्ज्वला योजना की लाभार्थी सोभाबाई ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि पहले उनके घर में गैस कनेक्शन नहीं था और उन्हें चूल्हे पर खाना बनाना पड़ता था। चूल्हे के धुएं के कारण आंखों में जलन होती थी और सांस लेने में भी परेशानी आती थी। उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस सिलेंडर मिलने के बाद उनकी यह समस्या खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि अब साफ-सुथरे माहौल में खाना बनता है और समय की भी बचत होती है। सोभाबाई ने प्रधानमंत्री को इस योजना के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।
इसी तरह एक अन्य लाभार्थी ज्योति ने बताया कि गैस पर खाना बनाने से धुएं से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति मिली है। उन्होंने कहा कि पहले चूल्हे का धुआं पूरे घर में फैल जाता था, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को भी दिक्कत होती थी, लेकिन अब गैस कनेक्शन मिलने से घर का माहौल बेहतर हो गया है। ज्योती ने भी इस योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया।
बता दें कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित हो रही है। इस योजना के माध्यम से न सिर्फ स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराया जा रहा है, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन को भी बढ़ावा मिल रहा है। लातूर जिले में सोभाबाई और ज्योति जैसी कई महिलाएं हैं, जिन्हें उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन मिला है और जो अब पहले की तुलना में अधिक सुरक्षित, सुलभ और बेहतर जीवन जी रही हैं।
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