मध्य प्रदेश के नीमच में 'पीएम रोजगार सृजन योजना' से कारोबार बढ़ा रहे युवा, अन्य को भी दे रहे मदद

मध्य प्रदेश के नीमच में 'पीएम रोजगार सृजन योजना' से कारोबार बढ़ा रहे युवा, अन्य को भी दे रहे मदद

नीमच, 10 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने में कई जनकल्याणकारी योजनाओं की भागीदारी है। 'प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना' (पीएमईजीपी) इन्हीं में से एक है, जिसके अंतर्गत युवाओं को लघु एवं सूक्ष्म उद्योग स्थापित करने के लिए सब्सिडी मुहैया कराई जाती है। मध्य प्रदेश के नीमच में भी युवा इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।

'पीएमईजीपी योजना' से न सिर्फ युवाओं को अपने व्यवसाय को बढ़ाने में आर्थिक मदद मिल रही है, बल्कि वे अपने कारोबार को बढ़ाकर रोजगार सृजन का काम भी कर रहे हैं।

नीमच जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र महाप्रबंधक योगिता भटनागर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, "पीएमईजीपी केंद्र शासन द्वारा संचालित एक महत्वाकांक्षी स्वरोजगार उपलब्ध कराने वाली योजना है, जिसका लाभ नीमच जिले के कई युवक-युवतियों ने लिया है। कई युवा इस योजना के कारण आज आत्मनिर्भर हुए हैं। इसमें मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना के लिए 50 लाख रुपए तक की राशि का लोन स्वीकृत हो सकता है। बैंकों के माध्यम से और सर्विस कैटेगरी की यूनिट स्थापित करने के लिए 20 लाख रुपए तक की राशि का लोन स्वीकृत हो सकता है।"

उन्होंने बताया, "इस योजना के अंतर्गत सामान्य वर्ग के शहरी क्षेत्र के लोगों को 15 प्रतिशत, ग्रामीण क्षेत्र में 25 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और महिलाओं, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लिए शहरी क्षेत्र में 25 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 35 प्रतिशत तक अनुदान मिलता है।"

भटनागर ने बताया, "योजना बहुत अच्छी है। यह अनुदान जब नई यूनिट स्थापित होती है, तब उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस तरह की योजना युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए बहुत मददगार साबित हुई है और इसका लाभ लेकर हमारे नीमच जिले में छोटी-बड़ी कई योजनाएं स्थापित हुई हैं। सेवा क्षेत्र की कई इकाइयां स्थापित हुई हैं, जो आज बहुत सफलतापूर्वक चल रही हैं।"

नीमच के रहने वाले एवं 'पीएमईजीपी योजना' से लाभान्वित जीत ने बताया, "मेरी कंपनी का नाम 'श्री बेनी' है, हम अश्वगंधा और चिया सीड्स के क्षेत्र में काम करते हैं, जो नीमच मंडी में काफी आती है। पहले मैंने एक-एक, दो-दो बैग से काम शुरू किया था। 2012 से मैं यह काम कर रहा हूं, 2018-19 में मैंने सोचा कि क्यों न इंडस्ट्रियल एरिया में अपना खुद का एक छोटा सा प्लांट लगाया जाए, जिससे हम क्वालिटी को और बेहतर कर सकें। मंडी में किसानों से उपज लेकर मशीनों के माध्यम से गुणवत्ता और बेहतर करके विदेशों में बैठे खरीदार को बेचें। मेरे सीए मित्र ने 'पीएमईजीपी योजना' के बारे में बताया। फिर उद्योग विभाग से लोन लिया, उस लोन से मैंने नई मशीनें लगाईं। इस योजना से बहुत सपोर्ट मिला। मैं लगातार अपना कारोबार आगे बढ़ा पाया। युवाओं के लिए ऐसी अच्छी योजना के लिए मैं पीएम मोदी को दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं।"

लाभान्वित हरिशंकर भेरावत ने बताया, "मैंने कान्हा मसाला उद्योग के नाम से जावद में प्लांट लगा रखा है। मैंने प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत 'पीएमईजीपी' के तहत एक आवेदन किया था, जिसके बाद 26 लाख का लोन स्वीकृत हुआ। उसमें 35 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है। ब्याज दर में भी बहुत छूट मिलती है। मैंने तीन और लोगों को रोजगार भी दिया। मेरी आर्थिक स्थिति भी बहुत मजबूत हुई है। मैं प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद देना चाहूंगा कि ऐसी योजनाएं हमेशा चलाएं और युवाओं को प्रेरणा दें कि वे ऐसे काम करते रहें। सबको रोजगार देते रहें।"

नीमच की महिला उद्यमी गीता सुथार ने बताया, "मेरी चांदमल इंडस्ट्रीज नाम से फर्म है और मुझे 'पीएमईजीपी योजना' में बैंक ऑफ इंडिया से 22 लाख का लोन प्राप्त हुआ। इसमें 5 लाख की सब्सिडी मिली है। जिससे मैंने पीवीसी विंडो का कार्य शुरू किया। मैंने पांच लोगों को रोजगार भी दिया। 'पीएमईजीपी योजना' से मेरा व्यापार आगे बढ़ा है।"

हृदयम सोया प्रोडक्ट के उद्यमी लोकेश वर्मा ने बताया, "मैं सोया पनीर (टोफू) का व्यवसाय करता हूं, मैंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन की जो स्कीम है, उससे लोन लिया था। फिर मिली राशि से मशीनों को स्थापित किया। उससे मेरा काम आगे बढ़ा। मैंने 'पीएमईजीपी योजना' से 5,50,000 रुपए का लोन लिया था, जिस पर मुझे 15 प्रतिशत की सब्सिडी भी मिली।"

--आईएएनएस

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