नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मशहूर कोच लालचंद राजपूत ने खेल जगत में शोहरत हासिल की है। अफगानिस्तान, जिम्बाब्वे और यूएई की टीम को कोचिंग दे चुके लालचंद राजपूत ने अपने अनुभव और अनुशासन से कई युवा खिलाड़ियों को निखारा है। स्कॉटलैंड की तरफ से लिस्ट-ए मुकाबले खेल चुके लालचंद राजपूत ने उस देश में भी काफी लोकप्रियता हासिल की। इस खिलाड़ी का योगदान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सराहनीय माना जाता है।
18 दिसंबर 1961 को मुंबई में जन्मे लालचंद राजपूत के टैलेंट की पहचान कोच रमाकांत आचरेकर ने की थी। 1980-81 में लालचंद श्रीलंका का दौरा करने वाली अंडर-20 टीम का हिस्सा थे, जिसमें रवि शास्त्री और नवजोत सिंह सिद्ध जैसे मशहूर खिलाड़ी भी थे।
लालचंद राजपूत बॉम्बे की टीम के कप्तान रहे। उनके नेतृत्व में सचिन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया था। उन्होंने फर्स्ट क्लास और लिस्ट-ए मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए सभी का ध्यान खींचा, मगर इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दो मुकाबलों में सिर्फ एक रन ही बना सके।
1980 के दशक में सुनील गावस्कर ने बैटिंग ऑर्डर में नीचे खेलने का संकेत दिया, जिसके बाद ओपनिंग जोड़ी की तलाश शुरू हो गई। ऐसे में लालचंद को टेस्ट टीम के लिए भी परखा गया।
दाएं हाथ के बल्लेबाज लालचंद राजपूत ने श्रीलंका दौरे पर अपने पहले टेस्ट मैच में 32 और 61 रन की पारी खेलते हुए खुद को साबित किया। इस दौरान दूसरी पारी में दिलीप वेंगसरकर के साथ तीसरे विकेट के लिए 76 रन जोड़े। यह मुकाबला ड्रॉ रहा।
हालांकि, अगले मुकाबले में लालचंद पहली पारी में खाता नहीं खोल सके। अगली इनिंग में उन्होंने सिर्फ 12 ही रन बनाए। इसके बाद उन्हें फिर कभी टेस्ट टीम में स्थान नहीं मिल सका।
साल 1987 में उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज के लिए चुना गया। ईडन गार्डन्स में लालचंद खाता खोलने में नाकाम रहे, जिसके बाद नागपुर में सिर्फ 8 रन टीम के खाते में जुटाए। भारत ने इन दोनों मुकाबलों को गंवाया और लालचंद राजपूत के लिए टीम इंडिया के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए।
साल 1987 में लालचंद राजपूत ने स्कॉटलैंड के लिए क्रिकेट खेला। उन्होंने इस दौरान कुछ लिस्ट-ए और अनौपचारिक मैच भी खेले। इसमें पाकिस्तान के विरुद्ध एक अनौपचारिक मैच भी शामिल था। बतौर क्रिकेटर लालचंद राजपूत ने स्कॉटलैंड में काफी लोकप्रियता हासिल की।
लालचंद राजपूत ने विभिन्न आयु वर्ग में टीमों को कोचिंग दी है। उन्होंने इंडिया ए का मार्गदर्शन भी किया है। उन्हें टी20 विश्व कप 2007 के लिए भारतीय टीम का मैनेजर भी नियुक्त किया गया था। वह साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के अंत तक मैनेजर रहे।
लालचंद राजपूत ने जून 2016 से अगस्त 2017 तक अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को कोचिंग दी। इसके बाद मई 2018 से जून 2022 तक जिम्बाब्वे के कोच रहे। फरवरी 2024 में उन्हें यूएई की क्रिकेट टीम का हेड कोच नियुक्त किया गया।
--आईएएनएस
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