नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का विशेष उत्सव मनाया गया। लालकिले पर आयोजित समारोह में भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का गौरव दर्शाया गया। लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराते ही, भारतीय वायु सेना के दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर, लाल यहां आसमान पर दिखाई दिए। इनमें से एक हेलीकॉप्टर राष्ट्रीय ध्वज लिए हुए था और दूसरा हेलीकॉप्टर 'ऑपरेशन सिंदूर' को दर्शाने वाला ध्वज लिए हुए था।
दोनों हेलीकॉप्टर ने आयोजन स्थल पर फूलों की वर्षा की। हेलीकॉप्टर पर लगे 'ऑपरेशन सिंदूर' के ध्वज ने यहां मौजूद हजारों भारतीयों को गौरवान्वित किया व आत्मविश्वास से भर दिया। वहीं इस वर्ष पहले 11 अग्निवीर वायु संगीतकार लालकिले पर राष्ट्रगान बजाने वाले बैंड का हिस्सा बने। इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का खास जश्न मनाया गया। लालकिले के सामने ज्ञानपथ के व्यू कटर पर ऑपरेशन सिंदूर का लोगो मौजूद था।
फूलों की सजावट भी ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित थी। लालकिला पर आयोजित समारोह में लिए जारी किए गए आमंत्रण पत्रों पर भी ऑपरेशन सिंदूर का लोगो अंकित था। राष्ट्रीय ध्वज फहराने पर स्वदेशी तोपों से 21 तोपों की सलामी दी गई। लालकिला पर ध्वजारोहण के समय 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) द्वारा 21 तोपों की यह सलामी दी गई। सलामी के लिए स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन का इस्तेमाल हुआ। वहीं इसी समय राष्ट्रीय ध्वज गार्ड के रूप में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के 128 जवानों ने लालकिले पर राष्ट्रीय सलामी दी।
इस बार लाल किले पर गार्ड ऑफ ऑनर में 96 जवान शामिल हुए। इनमें सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से जवान व अधिकारी शामिल थे। ध्वजारोहण के बाद, तिरंगे को 'राष्ट्रीय सलामी' दी गई। एक जेसीओ और 25 अन्य रैंकों वाले वायु सेना बैंड ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने और 'राष्ट्रीय सलामी' देने के दौरान राष्ट्रगान बजाया। ऐसा पहली बार हुआ है , 11 अग्निवीर वायु संगीतकार भी राष्ट्रगान बजाने वाले बैंड का हिस्सा रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर करीब 5,000 विशेष अतिथि लाल किले पर समारोह देखने आए। इनमें स्पेशल ओलंपिक्स 2025 के भारतीय दल, अंतरराष्ट्रीय खेलों के विजेता, उत्कृष्ट किसान, बेहतरीन सरपंच, युवा लेखक, उद्यमी, विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थी, स्वच्छता कर्मी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पुनर्वासित मजदूर, व वॉलंटियर्स के प्रतिनिधि और आदिवासी बच्चे शामिल रहे।
इनके अलावा विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से आए 1,500 लोग पारंपरिक परिधानों में उपस्थित रहे। स्वतंत्रता दिवस से पहले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विषयों पर निबंध, पेंटिंग, रील, और ऑनलाइन क्विज आयोजित किए गए हैं। इन ऑनलाइन क्विज के लगभग 1,000 विजेता भी इस समारोह का हिस्सा बने। वहीं इस वर्ष पहली बार 15 अगस्त की शाम को देशभर में 140 से अधिक स्थानों पर सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक, एनसीसी और असम राइफल्स आदि के बैंड देशभक्ति धुनों से माहौल को जीवंत करेंगे।
--आईएएनएस
जीसीबी/केआर