नई दिल्ली, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए ऊर्जा की जरूरत होती है और ऊर्जा विटामिन और खनिजों से मिलती है।
शरीर को चलाने के लिए कई विटामिन की आवश्यकता होती है, जिसमें विटामिन ए भी शामिल है। विटामिन ए वैसे तो शरीर के पूरे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, लेकिन आंखों और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए बहुत जरूरी है। अगर शरीर में विटामिन ए की कमी है, तो आंखों की रोशनी तक जा सकती है।
विटामिन ए प्रतिरक्षा प्रणाली और आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। विटामिन ए की कमी आंखों और त्वचा पर बड़ा असर डालती है। इसकी कमी से आंखों की रोशनी प्रभावित होती है, त्वचा डल हो जाती है, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और बार-बार बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है।
विटामिन ए आंखों के रेटिना के लिए जरूरी है। अगर रेटिना में किसी तरह की कमजोरी आती है, तो आंखों में सूखापन, खुजली और दृष्टि कमजोर होने लगती है। विटामिन ए आंखों के कॉर्निया को नमी देता है और आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है।
विटामिन ए स्किन की मरम्मत और नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है, सूखेपन को दूर करता है और चेहरे पर अंदर से ग्लो लाता है। इसके अलावा, विटामिन ए फेफड़े और आंत की अंदरूनी सतह को ठीक करने का भी काम करता है।
विटामिन ए शरीर के लिए एक तरह का इम्यूनिटी बूस्टर है। यह शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है और जुकाम, खांसी और बुखार से शरीर को बचाकर रखता है। इसके अलावा, इसका मुख्य योगदान हड्डियों को मजबूत करने में भी है। विटामिन ए के जरिए ही हड्डियों का विकास होता है।
अब सवाल आता है कि विटामिन ए कैसे प्राप्त करें। विटामिन ए शाकाहारी से लेकर मांसाहारी उत्पादों में मिल जाता है। शाकाहारी भोजन में शकरकंद, गाजर और पालक इसके अच्छे स्रोत हैं। अगर भोजन के सेवन से विटामिन ए की पूर्ति हो रही है तो ठीक है, लेकिन अगर नहीं हो रही है, तो इसके लिए चिकित्सक से संपर्क जरूर करें। इसके अलावा, दूध, घी, मक्खन और कुछ मांसाहारी उत्पादों में भी ये आसानी से मिल जाता है।
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