नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। ताइवान को लेकर चीन और जापान समेत इस क्षेत्र में तनाव फिर से बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची की टिप्पणी के बाद से चीन ने अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने 'जस्टिस मिशन 2025' अभ्यास शुरू किया है। इसके तहत ताइवान के आसपास के क्षेत्र में थल सेना, वायु सेना और तोपखाने की यूनिट को तैनात कर अभ्यास किया जा रहा है। इसके साथ ही लाइव फायर ड्रिल भी किया जाएगा। इसकी वजह से ताइवान समेत चीन और जापान के बीच भारी तनाव की स्थिति बन गई है।
इस बीच ताइवान ने चीन के इस हरकत की आलोचना भी कर दी है। चीन ने आइलैंड के चारों ओर संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है, जिसे जस्टिस मिशन 2025 नाम दिया गया है। मिलिट्री ड्रिल करने के लिए चीन ने वायु, जल और तोपखाने सेना को तैनात किया है। इसके साथ ही लाइव फायर ड्रिल की तैयारी भी की जा रही है। बता दें, फिलहाल शुरुआती अभ्यास किए जा रहे हैं। चीनी सेना की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार असल मायने में अभ्यास स्थानीय समयानुसार मंगलवार को सुबह आठ बजे से लेकर शाम के छह बजे तक जारी रहेगा।
बता दें, 2022 के बाद चीन का यह बड़ा सैन्य अभ्यास है। चीन इस अभ्यास के साथ ही अपनी बौखलाहट दुनिया को दिखा रहा है। चीन ने ताइवान के चारों ओर फोर्स को तैनात किया है, जिसमें लाइव फायर ड्रिल और ब्लॉकेड शामिल हैं।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि ताइवान और अमेरिका के बीच हाल ही में 11 बिलियन डॉलर के सबसे बड़े हथियार पैकेज की बिक्री पर मुहर लगी है। अमेरिका ने ताइवान को 11 बिलियन डॉलर के बड़े हथियार दिए हैं। इस ऐलान के बाद चीन ने अमेरिकी रक्षा फर्मों के ऊपर प्रतिबंध लगाया। इसके बाद अब ताइवान के इर्द-गिर्द चीन इस बड़े सैन्य अभ्यास को अंजाम दे रहा है।
वहीं, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "हम पीआरसी के बिना वजह उकसावे की कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं और पीएलए की उन हरकतों का विरोध करते हैं जो इलाके की शांति को कमजोर करती हैं। रैपिड रिस्पॉन्स एक्सरसाइज चल रही है, जिसमें हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए सेना हाई अलर्ट पर है।"
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार सुबह, दो पीएलए एयरक्राफ्ट सॉर्टी, नौ पीएलए जहाज, और दो सरकारी जहाज ताइवान के आसपास गतिविधि करते हुए पाए गए। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने भी चीन की इस सैन्य गतिविधि की आलोचना की और उकसावे के जवाब में अपनी सेना के साथ एकजुटता दिखाई।
ताइवान के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट किया, “हम राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय और सैनिकों के सभी फ्रंट-लाइन सदस्यों के साथ ताइवान के आसपास पीएलए के उकसावे का जवाब देने के लिए मजबूती से खड़े हैं। हम क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, स्थिरता और खुशहाली के लिए सीसीपी के खतरे की निंदा करते हैं और अपने लोकतांत्रिक साझेदारों के साथ मिलकर तैयारी के साथ इसका सामना करेंगे।”
--आईएएनएस
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