नई दिल्ली, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को कहा कि भारत के शिपयार्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन भारत को शीर्ष शिपबिल्डर बनाने में अहम योगदान दे रहे हैं।
सीएसएल की स्वामित्व वाली सब्सिडियरी, हुगली कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (एचसीएसएल) ने हेरिटेज रिवर जर्नीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ ब्रह्मपुत्र नदी के लिए 80 यात्रियों वाला एक लग्जरी रिवर क्रूज जहाज बनाने का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है।
सोनोवाल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भारत की शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री के लिए अहम कदम। मेक इन इंडिया के तहत एचसीएसएल ने ब्रह्मपुत्र नदी के लिए 80 यात्रियों वाला दूसरा लग्जरी रिवर क्रूज जहाज बनाने का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है।
केंद्रीय मंत्री ने पोस्ट में कहा कि हमारे शिपयार्ड पीएम नरेंद्र मोदी के भारत को दुनिया का टॉप शिपबिल्डर बनाने के विजन को आगे बढ़ा रहे हैं। वर्ल्ड-क्लास जहाज डिलीवर करके, हम न सिर्फ अंदरूनी जलमार्गों को बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि सच में अपना भविष्य का निर्माण कर रहे हैं, बना रहे हैं और चला रहे हैं।
इस हफ्ते की शुरुआत में सरकार ने कहा था कि भारत में नेशनल वॉटरवेज(एनडब्ल्यू) पर कुल पैसेंजर ट्रैफिक में लगभग पांच गुना बढ़ोतरी हुई है, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1.61 करोड़ से बढ़कर 2024-25 में 7.64 करोड़ हो गया है।
पिछले पांच सालों में नेशनल वॉटरवेज पर कार्गो मूवमेंट लगभग दोगुना हो गया है, जो 20-21 में 83.6 मिलियन टन से बढ़कर 2024-25 में 145.84 मिलियन टन हो गया है।
इनलैंड वॉटर ट्रांसपोर्ट सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 से वित्त वर्ष 2026-27 तक 3 साल की अवधि के लिए 95.42 करोड़ रुपए के बजट के साथ जलवाहक योजना शुरू की है।
यह योजना कार्गो मालिकों को जलमार्ग यात्रा पर होने वाले कुल वास्तविक ऑपरेटिंग खर्च का 35 प्रतिशत तक सीधा फाइनेंशियल इंसेंटिव भी देती है।
भारत के जहाज निर्माण लक्ष्य को बढ़ावा देते हुए, सीएसएल ने हाल ही में जहाज निर्माण में लंबे समय के रणनीतिक सहयोग के लिए एचडी कोरिया शिपबिल्डिंग एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर साइन किए हैं।
यह पार्टनरशिप सीएलएल की विरासत, इंफ्रास्ट्रक्चर और घरेलू विशेषज्ञता को एचडी कोरिया की एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और ग्लोबल अनुभव के साथ मिलाने की कोशिश करती है, जो भारत की जहाज बनाने की क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
--आईएएनएस
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