नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और एक साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।
यह बयान केंद्रीय मंत्री गोयल की दो दिवसीय आधिकारिक इटली यात्रा के दौरान आया है, जिसमें वह भारत और इटली के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्री एंटोनियो तजानी से शानदार रात्रिभोज की मेजबानी पाकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।"
केंद्रीय मंत्री गोयल ने आगे कहा कि उन्हें एक प्रतिष्ठित सभा को संबोधित करने और भारत-इटली के बीच आर्थिक संबंधों को गहरा करने पर सार्थक चर्चा करने का सौभाग्य मिला।
वाणिज्य मंत्री ने कहा, "ब्रेशिया में पिनाकोटेका टोसियो मार्टिनेंगो म्यूजियम ने वास्तव में समग्र अनुभव को समृद्ध किया। उत्कृष्ट कला से घिरा माहौल खूबसूरती के साथ सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है, जिसे हमारे दोनों देश बहुत महत्व देते हैं। हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।"
केंद्रीय मंत्री गोयल ने इससे पहले कमर्शियल लाइटिंग के एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्लेयर आईमून की सीईओ लॉरा टारक्विनियो और उनकी टीम से मुलाकात की।
उन्होंने कहा, "हमने स्मार्ट लाइटिंग सॉल्यूशन के लिए भारत में उपलब्ध निवेश के अपार अवसरों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।"
केंद्रीय मंत्री ने कई अन्य टॉप इटली सीईओ से मुलाकात की और चर्चा की कि वे निरंतर विकास के लिए भारत के इनोवेशन इकोसिस्टम का सर्वोत्तम तरीके से कैसे लाभ उठा सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग टेक कंपनी पोग्गीपोलिनी एस.पी.ए. के सीईओ मिशेल पोग्गीपोलिनी से मुलाकात की।"
केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्लोबल सप्लाई चेन में देश की बढ़ती भूमिका को देखते हुए भारत में कंपनी के लिए टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग अवसरों पर उत्पादक चर्चा की गई।"
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एसओएल ग्रुप के जनरल डायरेक्टर डेनियल फोर्नी से भी मुलाकात की, जो कि प्रोडक्शन, अप्लाइड रिसर्च और टेक्निकल एंड मेडिकल गैस के मार्केटिंग के क्षेत्र में इटली के मल्टीनेशनल लीडर हैं। उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि यह ग्रुप प्रमुख क्षेत्रों में भारत में अपनी उपस्थिति का विस्तार कैसे कर सकता है।
--आईएएनएस
एसकेटी/जीकेटी