मुंबई, 21 मई (आईएएनएस)। देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन का मुनाफा वित्त वर्ष 25 में 11.19 प्रतिशत कम होकर 7,258.4 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 24 में 8,172.5 करोड़ रुपए था।
हालांकि, वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में इंडिगो का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 61.89 प्रतिशत बढ़कर 3,067.5 करोड़ रुपए हो गया है, वित्त वर्ष 24 की समान अवधि में यह 1,894.8 करोड़ रुपए था।
कंपनी की चौथी तिमाही में परिचालन से आय 24.3 प्रतिशत बढ़कर 22,151.9 करोड़ रुपए हो गई, जो एक वर्ष पहले इसी तिमाही में 17,825.3 करोड़ रुपए थी।
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में कंपनी का ईबीआईटीडीएआर 57.5 प्रतिशत बढ़कर 6,948.2 करोड़ रुपए हो गया है।
कंपनी का ईबीआईटीडीएआर मार्जिन बढ़कर 31.4 प्रतिशत हो गया है, जो कि पिछले साल की समान अवधि में 24.8 प्रतिशत था।
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में इंडिगो का लोड फैक्टर बढ़कर 87.4 प्रतिशत हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 86.3 प्रतिशत पर था।
कंपनी के प्रदर्शन पर सीईओ पीटर एल्बर्स ने कहा कि कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन चौथी तिमाही और पूरे साल दोनों में मजबूत रहा।
उन्होंने इसका श्रेय रिकॉर्ड यात्री संख्या, परिचालन दक्षता और इंडिगो कर्मचारियों के प्रयासों को दिया।
हालांकि, एल्बर्स ने चुनौतियों को भी स्वीकार किया। मई में पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र और 32 हवाई अड्डों के बंद होने से एयरलाइन के परिचालन पर असर पड़ा।
इनमें से 11 हवाई अड्डों पर इंडिगो विमान सेवा उपलब्ध कराती थी, जिसके कारण प्रतिदिन लगभग 170 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
उन्होंने कहा कि अप्रैल की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन मई के कमजोर रहने की उम्मीद है। हालांकि, एयरलाइन को उम्मीद है कि जून से यातायात में सुधार होगा।
एल्बर्स ने आगे कहा कि एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने इंडिगो को निवेश-ग्रेड रेटिंग दी है, जो इसकी मजबूत बैलेंस शीट और निरंतर प्रदर्शन को मान्यता देती है।
भविष्य में एयरलाइन की योजना लागत नेतृत्व पर ध्यान केंद्रित करने तथा यूरोपीय परिचालन शुरू करने सहित अपनी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति का विस्तार करने की है।
--आईएएनएस
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