नई दिल्ली, 10 नवंबर (आईएएनएस)। भारत के बड़े शहरों में प्राइमरी हाउसिंग मार्केट की सेल्स वैल्यू वित्त वर्ष 26 में सालाना आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 6.65 लाख करोड़ रुपए पहुंचने की उम्मीद है। इसकी वजह लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी घरों की मजबूत मांग होना है। यह जानकारी सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।
रियल एस्टेट सर्विसेज फर्म एनारॉक की रिपोर्ट में कहा गया कि वैश्विक स्तर पर तनाव के बावजूद भी शीर्ष सात भारतीय शहरों में सेल्स वॉल्यूम स्थिर बनी हुई है और वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में इन शहरों में 1.93 लाख यूनिट्स से अधिक की ब्रिकी हुई है।
सेल्स वैल्यू में वृद्धि मुख्य रूप से विभिन्न शहरों में अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री के कारण हो रही है,क्योंकि लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी आवास की मांग अन्य सभी सेगमेंट्स से अधिक बनी हुई है।
आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में कुल सेल्स वैल्यू 2.98 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है जो वित्त वर्ष 2025 की कुल सेल्स वैल्यू 5.59 लाख करोड़ रुपए का 53 प्रतिशत है।
एनारॉक ग्रुप के कार्यकारी निदेशक और रिसर्च एवं एडवाइजरी प्रमुख प्रशांत ठाकुर ने कहा, "कुल बेचे गए घरों की सेल्स वैल्यू बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2025 में सेल्स वॉल्यूम में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी, जबकि सेल्स वैल्यू 6 प्रतिशत बढ़कर 5,59,290 करोड़ रुपए हो गई, जो वित्त वर्ष 2022 के बाद से सबसे अधिक है।"
शहर-वार विश्लेषण से पता चला है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और चेन्नई ने वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में अन्य शहरों को पीछे छोड़ दिया और वित्त वर्ष 2025 के अपने सेल्स वैल्यू का क्रमशः 74 प्रतिशत और 71 प्रतिशत हासिल किया।
वहीं, वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) की सेल्स वैल्यू पिछले वित्त वर्ष में दर्ज कुल सेल्स वैल्यू का 45 प्रतिशत रही है।
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