मुंबई, 27 अगस्त (आईएएनएस)। गणेश चतुर्थी के अवसर पर बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में कारोबार नहीं होगा।
डेरिवेटिव्स, इक्विटी, सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग (एसएलबी), करेंसी डेरिवेटिव्स और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स में कारोबार दिन भर बंद रहेगा।
कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा और शाम के सत्र के लिए शाम 5 बजे से रात 11.55 बजे तक खुला रहेगा। एनएसई और बीएसई में कारोबार 28 अगस्त (गुरुवार) को शुरू होगा।
इस बीच भारत पर अमेरिका की ओर से एडिशनल टैरिफ लागू होने जा रहे हैं। भारतीय शेयर बाजार पर एडिशनल टैरिफ का यह प्रभाव अगले कारोबारी दिन यानी गुरुवार को देखा जाएगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका को भारत के प्रमुख निर्यातों में इंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रॉनिक सामान, दवाइयां एंड फार्मास्यूटिकल्स और रत्न एवं आभूषण शामिल हैं।
पिछले कारोबारी सत्र की बात करें तो मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई थी। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 849.37 अंक या 1.04 प्रतिशत गिरकर 80,786.54 और निफ्टी 255.70 अंक या 1.02 प्रतिशत गिरकर 24,712.05 पर आ गया।
निफ्टी पैक में टॉप लूजर्स की लिस्ट में श्रीराम फाइनेंस, सन फार्मा, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और ट्रेंट रहे। आयशर मोटर्स, एचयूएल, मारुति सुजुकी, नेस्ले इंडिया और आईटीसी के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
एफएमसीजी को छोड़कर सभी क्षेत्रीय सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। पीएसयू बैंक, मेटल, फार्मा, ऑयल एंड गैस, कंज्यूमर ड्यूरेबल, रियल्टी और टेलीकॉम के शेयरों में 1-2 प्रतिशत की गिरावट आई।
निफ्टी 24,850 के महत्वपूर्ण समर्थन स्तर से नीचे गिर गया और बिकवाली का दबाव बढ़ गया।
विश्लेषकों ने कहा कि डेली चार्ट एक लॉन्ग बियरिश कैंडल दिखा रहे हैं, जिसका ऊपरी हिस्सा नीचे की ओर है, जो गिरावट का संकेत है।
एशिया-प्रशांत बाजारों ने बुधवार को मिले-जुले नतीजे दिखाए और वॉल स्ट्रीट के अपने समकक्षों से अलग रुख अपनाया, क्योंकि निवेशक चीन के औद्योगिक लाभ के आंकड़ों का आकलन कर रहे थे।
अमेरिकी बाजारों में, डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.3 प्रतिशत, नैस्डैक 0.44 प्रतिशत और एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.41 प्रतिशत की बढ़त में रहे।
अस्थायी एक्सचेंज आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 6,516.49 करोड़ रुपए के भारतीय शेयरों की शुद्ध बिकवाली की, जो 20 मई के बाद से उनकी सबसे अधिक बिकवाली थी। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 7,060.37 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।
--आईएएनएस
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