न्यूयॉर्क, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिकी राज्य टेक्सस में फोर्ट बेंड काउंटी कमिश्नर के लिए चुनाव लड़ रहे एक भारतीय-अमेरिकी नीति विशेषज्ञ को नस्लीय हमले का शिकार होना पड़ रहा है। पीडि़त ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर उनकी जातीयता, राष्ट्रीयता और आस्था को निशाना बनाते हुए नफरत भरे संदेश मिल रहे हैं।
रिपब्लिकन एंडी मेयर्स द्वारा आयोजित प्रीसिंक्ट 3 सीट को पलटने के लिए दौड़ रहे डेमोक्रेट तारल वी पटेल (29) ने कहा कि उन पर 'नस्लवादी', 'आप्रवासी विरोधी' और 'हिंदूफोबिक' कहकर हमले किए जा रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि उनके साथ-साथ उनके परिवार, समुदाय और सहकर्मियों पर भी हमले किये गये।
पटेल ने इस सप्ताह की शुरुआत में जारी एक बयान में कहा कि एक काउंटी आयुक्त उम्मीदवार के रूप में, वह नीतियों और मुद्दों पर अपने रुख की आलोचना के लिए तैयार रहते हैं।
उन्होंने कहा, ''जब मेरे रिपब्लिकन विरोधियों के समर्थक मेरे परिवार, धार्मिक समुदाय, सहकर्मियों और मुझ पर नस्लवादी, आप्रवासी-विरोधी, हिंदू-विरोधी होने का आरोप लगाते हैं तो यह एक सीमा पार कर जाता है।"
पटेल ने एक्स पर नफरत भरे संदेशों के स्क्रीनशॉट का एक कोलाज साझा करते हुए लिखा, "दुर्भाग्य से हम नस्लवादी हमलों का सामना कर रहे हैं जिनमें से कुछ ने उन्हें "आतंकवादियों का समर्थन करने वाला गंदा पाकिस्तानी कहा था।''
पटेल के माता-पिता 1980 के दशक में भारत से अमेरिका आ गए थे, ग्रेटर ह्यूस्टन में पले-बढ़े पटेल ने सिन्को रेंच हाई स्कूल में पढ़ाई की और 2016 में ऑस्टिन में टेक्सस विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
उन्हें व्हाइट हाउस के लिए संपर्क सूत्र के रूप में काम करने के लिए 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नियुक्त किया गया था।
पटेल ने कहा, "आप्रवासियों के बेटे के रूप में मैंने अपना जीवन एक सक्रिय स्वयंसेवक, समुदाय के सदस्य और आजीवन लोक सेवक के रूप में वापस देने के लिए समर्पित कर दिया है।"
उनकी वेबसाइट के अनुसार, पटेल ने फोर्ट बेंड काउंटी को कई बाढ़ की घटनाओं, कोविड-19 महामारी, उरी शीतकालीन तूफान और इलेक्ट्रिक ग्रिड विफलता, सूखे और अन्य प्रमुख आपात स्थितियों के माध्यम से सफलतापूर्वक नेतृत्व करने में मदद की है, जो पहले से कहीं अधिक मजबूत और एकजुट होकर उभरी है।
पटेल ने कहा, "फोर्ट बेंड काउंटी की विविधता ने हम सभी को मजबूत बनाया है और यहां संलग्न ये घृणित तस्वीरें एक छोटा सा नमूना है जो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और आज के चरमपंथी रिपब्लिकन पार्टी जैसे लोगों द्वारा उकसाए गए गहरे और डर की जगह से हैं, डर है कि हमारे अपने समुदायों को चोट पहुंचाने के लिए आप्रवासी अपनी नौकरियां ले रहे हैं और बाहर जा रहे हैं।''
नफरत भरी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए अतीत में जेनोफोबिक टिप्पणियों का शिकार रहे एक भारतीय-अमेरिकी फोर्ट बेंड काउंटी के न्यायाधीश केपी जॉर्ज ने कहा कि समुदाय में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है।
जॉर्ज ने एक्स पर लिखा, "कृपया फोर्ट बेंड काउंटी में इस तरह की नफरत और घटिया भाषा के खिलाफ स्पष्ट रूप से मेरे साथ जुड़ें। हम तारल वी पटेल के साथ खड़े हैं। सीधे शब्दों में कहें तो हमारे समुदाय में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है।"
पटेल ने पहले न्याय विभाग के आपराधिक प्रभाग में सार्वजनिक अखंडता अनुभाग में उप वित्त निदेशक के रूप में काम किया था।
इसके अलावा, वह व्हाइट हाउस एशियन अमेरिकन नेटिव हवाईयन और पैसिफिक आइलैंडर कमेटी के प्रमुख सदस्य भी थे।
--आईएएनएस
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