वित्त वर्ष 26 में भारत में अलग-अलग उद्योगों में वेतन वृद्धि 6.2-11.3 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान : रिपोर्ट

वित्त वर्ष 26 में भारत में अलग-अलग उद्योगों में वेतन वृद्धि 6.2-11.3 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस) । भारत के प्रमुख उद्योगों के नियोक्ता चालू वित्त वर्ष में संतुलित लेकिन सार्थक वेतन वृद्धि की योजना बना रहे हैं। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न क्षेत्रों में वेतन वृद्धि 6.2 प्रतिशत से 11.3 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है और कुछ शहरों और व्यावसायिक स्तर पर वेतन वृद्धि 13.8 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है।

पीपल सप्लाई चेन कंपनी टीमलीज सर्विसेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ईवी और ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर में 11.3 प्रतिशत सबसे अधिक वेतन वृद्धि की उम्मीद है। इसके बाद 10.7 प्रतिशत के साथ कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, 10.7 प्रतिशत के साथ रिटेल और 10.4 प्रतिशत के साथ एनबीएफसी जैसे सेक्टर का नाम आता है।

रिपोर्ट के अनुसार, उद्योगों में सबसे ज्यादा वेतन वृद्धि वाला शीर्ष पद ईवी और ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर में इलेक्ट्रिकल डिजाइन इंजीनियर 12.4 प्रतिशत है। इसके बाद 12.2 प्रतिशत के साथ कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में इन-स्टोर डेमोंस्ट्रेटर,11.6 प्रतिशत के साथ एनबीएफसी में रिलेशनशिप एक्जीक्यूटिव और 11.2 प्रतिशत के साथ रिटेल में फैशन असिस्टेंट पद शामिल हैं।

टीमलीज सर्विसेज के सीईओ-स्टाफिंग, कार्तिक नारायण ने कहा, "6.2 प्रतिशत से 11.3 प्रतिशत तक की अनुमानित वेतन वृद्धि, भारत के रोजगार और वेतन परिदृश्य में व्यापक बदलाव का संकेत देती है।"

नारायण ने आगे कहा कि जैसे-जैसे न्यू एज इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही हैं, मांग उन भूमिकाओं की ओर बढ़ रही है, जो तकनीकी क्षमता को तत्काल व्यावसायिक प्रभाव के साथ जोड़ती हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बदलाव विशेष रूप से 10.4 प्रतिशत के साथ पुणे, 10.2 प्रतिशत के साथ मुंबई और हैदराबाद, 10.1 प्रतिशत के साथ बेंगलुरु और गुरुग्राम में वेतन वृद्धि को बढ़ावा दे रहा है।

सभी कार्यात्मक क्षेत्रों में, बिक्री और विपणन पदों पर सबसे अधिक 9.9 प्रतिशत औसत वेतन वृद्धि का अनुमान है, जिसके बाद इंजीनियरिंग का स्थान है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि फाइनेंस, ग्राहक सेवा और बैक ऑफिस, ब्लू कॉलर, और एचआर-एडमिन जैसे अन्य प्रमुख पदों पर 8.2 प्रतिशत से 8.6 प्रतिशत के बीच मध्यम वृद्धि होने की उम्मीद है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि रिपोर्ट ब्लू-कॉलर पदों पर भी मजबूत वापसी की ओर इशारा करती है। सबसे तेजी से बढ़ती ब्लू-कॉलर भूमिकाओं में मैकेनिक, मटेरियल हैंडलर, मशीन ऑपरेटर और इलेक्ट्रीशियन शामिल हैं।

यह रिपोर्ट 23 उद्योगों और 20 शहरों के 1,308 व्यवसायों के आंकड़ों पर आधारित है।

--आईएएनएस

एसकेटी/