भारत-ओमान मुक्त व्यापार समझौते पर जल्द हो सकते हैं हस्ताक्षर : पीयूष गोयल

भारत-ओमान मुक्त व्यापार समझौते पर जल्द हो सकते हैं हस्ताक्षर : पीयूष गोयल

पेरिस, 2 जून (आईएएनएस)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने संकेत दिया है कि भारत जल्द ही ओमान के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर कर सकता है, क्योंकि दोनों देशों के बीच बातचीत आगे बढ़ रही है।

केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से कहा, "मुझे लगता है कि ओमान एफटीए पर आपको जल्द ही कुछ अच्छी खबरें मिलेंगी।"

केंद्रीय मंत्री व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से फ्रांस की आधिकारिक यात्रा पर हैं और मंगलवार को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की मंत्रिस्तरीय बैठक में भी भाग लेंगे।

ओमान के साथ मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत नवंबर 2023 में शुरू हुई थी और केंद्रीय मंत्री गोयल ने इस वर्ष 27-28 जनवरी को खाड़ी देश का दौरा किया।

केंद्रीय मंत्री गोयल ने यात्रा के दौरान ओमान के वाणिज्य, उद्योग और निवेश संवर्धन मंत्री कैस बिन मोहम्‍मद अल युसूफ के साथ भारत-ओमान संयुक्त आयोग की बैठक (जेसीएम) के 11वें सत्र की सह-अध्यक्षता की थी।

इस बैठक में व्यापार, निवेश, टेक्नोलॉजी, खाद्य सुरक्षा, रिन्यूएबल एनर्जी और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सकारात्मक चर्चा हुई थी।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मंत्री कैस बिन मोहम्‍मद अल युसूफ के साथ एक सकारात्मक द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों की विस्तृत समीक्षा की थी।

उन्‍होंने पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए ठोस कदमों की पहचान की।

दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय भारत-ओमान व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) पर भी विचार-विमर्श किया, जिस पर बातचीत अभी अंतिम दौर में है।

दोनों मंत्रियों ने इस समझौते पर जल्द हस्ताक्षर करने के लिए चर्चाओं में तेजी लाने पर सहमति जताई, जो द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में एक नया मील का पत्थर साबित होगा और इसमें दोतरफा व्यापार और निवेश को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने की क्षमता है।

ओमान खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) देशों में भारत के लिए तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। इस परिषद में द्विपक्षीय व्यापार लगभग 10.5 बिलियन अमरीकी डॉलर का था, जिसमें 2024-25 में 4 बिलियन अमरीकी डॉलर का निर्यात और 6.54 बिलियन अमरीकी डॉलर का आयात शामिल है।

--आईएएनएस

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