नई दिल्ली, 17 जुलाई (आईएएनएस)। भारत के ऑफिस रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट्स) बाजारों ने बीएसई रियल्टी इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करते हुए पिछले 12 महीनों में 15 प्रतिशत से अधिक पूंजी वृद्धि दर्ज की है। यह जानकारी गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
कुशमैन एंड वेकफील्ड की 'एशिया रीट्स मार्केट इनसाइट 2024-25' रिपोर्ट में कहा गया है कि इसकी मुख्य शक्ति भारत के ऑफिस रियल एस्टेट बाजार की अंतर्निहित मजबूती रही है, जो वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी), इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग तथा बीएफएसआई फर्मों की बढ़ती मांग से प्रेरित है।
प्रीमियम ग्रेड एसेट्स के लिए निवेशकों की बढ़ती रुचि भी रीट्स मार्केट को काफी लाभ पहुंचा रही है।
भारत के रीट्स मार्केट ने 2024 में मजबूत वृद्धि दिखाई और इस वर्ष भी निवेशकों की मजबूत रुचि आकर्षित करने की उम्मीद है।
वित्त वर्ष 2024-2025 भारत के ऑफिस रीट्स के लिए एक मजबूत वर्ष रहा। तीनों ऑफिस रीट्स ने सामूहिक रूप से 16 मिलियन वर्ग फुट से अधिक का लीजिंग वॉल्यूम प्राप्त किया, जो देश के टॉप आठ शहरों में ग्रॉस लीजिंग वॉल्यूम (जीएलवी) का लगभग पांचवां हिस्सा था।
जून 2025 तक, भारतीय रीट्स मार्केट में तीन ऑफिस रीट्स और एक रिटेल रीट्स शामिल थे, जो सामूहिक रूप से 105 मिलियन वर्ग फुट से अधिक के परिचालन पोर्टफोलियो का प्रबंधन करते थे।
हालांकि पिछले वर्ष लिस्टेड रीट्स की संख्या स्थिर रही, लेकिन उनके संयुक्त पोर्टफोलियो में 12 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, जिससे भारत के कुल ग्रेड ए ऑफिस स्टॉक में संस्थागत हिस्सेदारी लगभग 13 प्रतिशत हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा, मौजूदा ऑफिस रीट्स द्वारा 23 मिलियन वर्ग फुट से अधिक नए ऑफिस स्पेस निर्माणाधीन हैं या उनकी योजना बनाई जा रही है और उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह नई सप्लाई कुल रीट्स पोर्टफोलियो में जुड़ जाएगी।
भारत की ऑफिस एसेट्स रीट्स ने जीसीसी की मांग का एक बड़ा हिस्सा आकर्षित किया है, जो भारत के ऑफिस मार्केट के विकास का एक महत्वपूर्ण कारक है।
पैन इंडिया लेवल पर जीसीसी ने 2025 की पहली तिमाही तक पिछली चार तिमाहियों में एवरेज ग्रॉस लीजिंग वॉल्यूम का 28-29 प्रतिशत हिस्सा हासिल किया है।
कुशमैन एंड वेकफील्ड भारत के सोमी थॉमस ने कहा, "भारत का रीट्स मार्केट एक मजबूत प्रगति पथ पर अग्रसर है, जिसमें ऑफिस सेक्टर में असाधारण वृद्धि देखी गई है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों, विशेष रूप से जीसीसी ने रिकॉर्ड लीजिंग एक्टिविटी को बढ़ावा दिया है, जो अब देश के ग्रेड ए ऑफिस स्टॉक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।"
प्रीमियम ग्रेड एसेट्स के लिए ऑक्यूपायर्स के बीच बढ़ती प्राथमिकता भी देखी गई है, जिससे रीट्स को काफी लाभ हुआ है।
उन्होंने बताया कि भारत में सभी तीन ऑफिस रीट्स ने 2025 की पहली तिमाही के अंत तक लगभग 90 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रेट हासिल किया।
--आईएएनएस
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