भारत ग्लोबल कंज्यूमर कंपनियों के लिए मजबूत प्रदर्शन करने वाले बाजार के रूप में उभरा

भारत ग्लोबल कंज्यूमर कंपनियों के लिए मजबूत प्रदर्शन करने वाले बाजार के रूप में उभरा

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। ई-कॉमर्स और क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के तेजी से बढ़ते प्रभाव के कारण, भारत ग्लोबल कंज्यूमर गुड्स कंपनियों के लिए एक प्रमुख ग्रोथ मार्केट बनता जा रहा है।

देश का डिजिटल रिटेल इकोसिस्टम ग्लोबल कंज्यूमर गुड्स कंपनियों को तेजी से बाजार में पैठ बनाने और ऑनलाइन बिक्री को बढ़ावा देने में सक्षम बना रहा है, जिससे भारत बड़े अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के लिए एक बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले देशों में से एक बन गया है।

ग्लोबल कंज्यूमर गुड्स कंपनियां जैसे यूनिलीवर और लॉरियल ने सितंबर तिमाही के दौरान ऑनलाइन बिक्री में तेज वृद्धि दर्ज की, जिसकी वजह क्विक-कॉमर्स और डिजिटल रिटेल चैनलों का तेजी से विस्तार है।

फ्रांसीसी ब्यूटी ब्रांड दिग्गज लॉरियल के सीईओ निकोलस हिरोनिमस ने कहा कि क्विक-कॉमर्स और ट्रेडिशनल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के बढ़ने के कारण भारत कंपनी के लिए एक "गेम चेंजर" बन गया है।

कंपनी की अर्निंग कॉल के दौरान हिरोनिमस ने कहा, "दस दिन पहले, मैं भारत में था, जहां यह स्पष्ट रूप से हमारे लिए एक बड़ा बदलाव है। क्विक कॉमर्स और पारंपरिक प्लेटफॉर्म अब हमें देश भर के उपभोक्ताओं तक पहुंचने में मदद कर रहे हैं, जो हम पहले नहीं कर सकते थे।"

ब्रिटिश कंज्यूमर गुड्स कंपनी यूनिलीवर ने भी अपने डिजिटल डेवलपमेंट में भारत के मजबूत योगदान पर प्रकाश डाला।

सीईओ फर्नांडो फर्नांडीज ने कहा कि डिजिटल कॉमर्स अब यूनिलीवर की कुल आय का 17 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा, "हम अमेजन पर 15 प्रतिशत, वॉलमार्ट डॉट कॉम पर 25 प्रतिशत, भारत में फ्लिपकार्ट पर 30 प्रतिशत और वैश्विक स्तर पर टिकटॉक पर 70 प्रतिशत की दर से बढ़ा रहे हैं।"

अपनी सहायक कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के माध्यम से भारत में परिचालन करने वाली यूनिलीवर ने कहा कि कम मूल्य वाले ब्रांडों को बेचने और प्रीमियम ब्रांडों का अधिग्रहण करने जैसे रणनीतिक कदमों के बाद उसका उत्पाद पोर्टफोलियो अब विकास के लिए बेहतर स्थिति में है।

कंपनी ने कहा कि उसके डिजिटल फर्स्ट ब्रांड विशेष रूप से भारत और चीन जैसे बाजारों में बड़ी सफलता प्राप्त कर रहे हैं।

फर्नांडीज ने आगे कहा कि भारत में यूनिलीवर का क्विक-कॉमर्स कारोबार इस साल दोगुने से भी अधिक हो गया है।

-आईएएनएस

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