आईएएनएस रिव्यू : लव ट्रायंगल के गजब ट्विस्ट से भरपूर है 'हम तुम्हें चाहते हैं'

'हम तुम्हें चाहते हैं'

फिल्म: 'हम तुम्हें चाहते हैं' अवधि: 146 मिनट डायरेक्टर: राजन लायलपुरी प्रोड्यूसर: गोविंद बंसल और रीमा लाहिरी कास्ट: जन्मेजय सिंह, रितुपर्णा सेनगुप्ता, गोविंद नामदेव, अनुप जलोटा, राजपाल यादव, अनुस्मृति सरकार, अरुण बख्शी और टीना घई आईएएनएस रेटिंग: ***1/2

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। इंडस्ट्री में लव ट्रायंगल फिल्मों की भरमार है, लेकिन फिल्म 'हम तुम्हें चाहते हैं' काफी अलग है। इसकी कहानी आपको स्क्रीन से बांधे रखती है।

रोमांस, मेलोड्रामा, ट्रेजेडी, कॉमेडी, मोरल्स और बेहतरीन गानों से भरपूर, ये सभी एलिमेंट्स 'हम तुम्हें चाहते हैं' को मसालेदार बनाते हैं, और निर्देशक राजन लायलपुरी ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है कि सफलता का यह सदियों पुराना फॉर्मूला किसी न किसी प्वाइंट पर हर दिल को छू जाए।

डायलॉग्स अत्यधिक ड्रामेटिक हैं। फिल्म की कहानी सूर्य कुमार (जनमेजय सिंह) के इर्द-गिर्द घूमती है, कि कैसे वह एक बड़ी उम्र की महिला माया (रितुपर्णा सेन) और 18 साल की पड़ोसन वाणी (अनुस्मृति सरकार) के अट्रैक्शन में पड़ जाता है। 

फिल्म में बिजनेसवुमन माया जिम में सूर्य कुमार से टकराती है, जिसका ट्रेनर के तौर पर जिम में पहला दिन होता है। एक्सरसाइज करते वक्त माया की नजर सूर्य पर पड़ती है और वह उसे पसंद करने लगती है।

कहानी में माया तलाकशुदा महिला है। फिल्म में राजनेता पति (गोविंद नामदेव) के बीच उनके संबंधों के बारे में जानकारी मिलती है। मामले को कॉम्प्लिकेटेड बनाने के लिए, वाणी और आरती (टीना घई) जैसे दिलचस्प किरदार और बहुत सारे राजनेता हैं, जिसमें अनूप जलोटा पार्टी अध्यक्ष की भूमिका निभा रहे हैं।

इसमें केवल एक नहीं बल्कि तीन सब-प्लॉट्स हैं जो कहानी को आगे बढ़ाते हैं। फिल्म में कई हॉट सीन भी हैं। एक सीन में माया सूर्य से कहती है, "आज की शाम मेरे नाम कर दो।"

इसके बाद अनएक्सपेक्टेड ट्विस्ट आता है जो फिल्म को मिनिंगफुल बनाता है।

सूर्य के किरदार में जन्मेजय सिंह काफी डैशिंग और हॉट लग रहे हैं। उनकी परफॉर्मेंस से फैंस आसानी से खुद को जोड़ पाएंगे। अवॉर्ड-विनिंग एक्ट्रेस रितुपर्णा सेन ने भी कमाल का कमा किया है। बाकी कलाकार अपनी एक्टिंग स्किल से आपको बांधे रखेंगे।

दिवंगत मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर बप्पी लाहिड़ी के परिवार से आने वाली यह फिल्म बेहतर प्रोडक्शन मूल्यों से सुसज्जित है और इसमें पांच अच्छे गाने हैं जो कहानी में फिट बैठते हैं।

प्रत्येक गाने पर बप्पी दा की छाप है और इसे अच्छी तरह से चित्रित किया गया है। ये पूरी तरह पैसा वसूल है। गाने के बोल निर्देशक राजन लायलपुरी ने लिखे हैं और गाने को बप्पी दा के पोते रेगो बी ने मधुरता से गाया है, जिनकी आवाज रिफ्रेश और फ्लोलेस है।

कुल मिलाकर, फिल्म दमदार और मजेदार है और दर्शकों के साथ भावनात्मक जुड़ाव पैदा करती है।

--आईएएनएस

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