जीएसटी बीते एक दशक में भारत की सबसे बड़ी सफलता की कहानियों में से एक: सुरजीत भल्ला (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)

जीएसटी बीते एक दशक में भारत की सबसे बड़ी सफलता की कहानियों में से एक: सुरजीत भल्ला (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)

नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। दिग्गज अर्थशास्त्री और पूर्व आईएमएफ एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, डॉ. सुरजीत भल्ला ने मंगलवार को कहा कि भारत में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) बीते एक दशक में सबसे बड़ी सफलता की कहानियों में से एक है, क्योंकि इससे औपचारिक अर्थव्यवस्था और अनुपालन बढ़ा है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सुरजीत भल्ला ने कहा कि जीएसटी से न केवल कर राजस्व में वृद्धि हुई है, बल्कि इससे अधिक संख्या में व्यवसाय और व्यक्ति औपचारिक कर के दायरे में आ गए हैं।

उन्होंने आईएएनएस से कहा, "जीएसटी ने अच्छा प्रदर्शन किया है और अधिक लोग औपचारिक कर के दायरे में आए हैं। यह अच्छा संकेत है।"

उन्होंने कहा कि 2017-18 में जीएसटी के लागू के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था ने अच्छा प्रदर्शन किया है, इसने पहले के वैल्यू एडेड टैक्स सिस्टम की जगह ली है।

भल्ला ने कहा, “यह पिछले दस वर्षों में बड़ी सफलता की कहानियों में से एक है।”

उन्होंने जीएसटी के सकारात्मक परिणामों का श्रेय मजबूत अनुपालन, अधिक दक्षता और कर आधार के व्यापक कवरेज को दिया।

अर्थशास्त्री ने आगे कहा, "सरकार के भीतर और बाहर, दोनों ही तरफ यह माना जा रहा है कि अर्थव्यवस्था ने अच्छा प्रदर्शन किया है और वैल्यू एडेड टैक्स सिस्टम के स्थान पर जीएसटी ने सकारात्मक योगदान दिया है।"

भारत के बढ़ते वैश्विक कद पर टिप्पणी करते हुए, भल्ला ने कहा कि भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है।

उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के कारण उत्पादकता में वृद्धि के साथ, भारत आने वाले वर्षों में और भी मजबूत विकास हासिल करने की स्थिति में है।

हाल ही में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंधु सुदर्शन को भल्ला ने एक बहुत ही सकारात्मक कदम बताया, साथ ही कहा कि बढ़ी हुई रक्षा तैयारी राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक आत्मविश्वास दोनों में योगदान करती है।

अर्थशास्त्री ने आगे कहा, “रक्षा एक प्रमुख राष्ट्रीय प्राथमिकता है। अधिक रक्षा खर्च से अधिक सुरक्षा मिलती है और अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। यह ऑपरेशन रक्षा तैयारी और आर्थिक आत्मविश्वास दोनों में मदद करेगा।”

--आईएएनएस

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