नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (आईएएनएस) दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने शुक्रवार को स्वदेशी डिजिटल मैपिंग और जियोस्पेशियल टेक्नोलॉजी कंपनी मैपल्स मैपमाईइंडिया के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का उद्देश्य दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में मैपल्स ऐप के जरिए रीयल-टाइम अपडेट देकर मेट्रो को यात्रियों के लिए और सुविधाजनक बनाना है।
इस साझेदारी के तहत, डीएमआरसी का मेट्रो डेटा मैपल्स ऐप में एकीकृत किया जाएगा, जिससे 3.5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स आस-पास के स्टेशनों, रूट्स, किराए, ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी, लाइन चेंज और यात्रा का समय जैसी मेट्रो की रीयल-टाइम जानकारी एक नजर में प्राप्त कर सकेंगे।
डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार ने कहा कि इस एकीकरण से एनसीआर क्षेत्र में यात्रा सहज और कुशल हो जाएगी। उन्होंने कहा, "दिल्ली मेट्रो इनोवेशन और तकनीक के माध्यम से यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सहयोग यात्रियों को बेहतर योजना बनाने, आसानी से नेविगेट करने और समय बचाने में मदद करेगा।"
मैपमाईइंडिया के सह-संस्थापक, प्रबंध निदेशक और समूह अध्यक्ष राकेश वर्मा ने कहा कि इस साझेदारी से जल्द ही मैपल्स ऐप पर मल्टी-मॉडल परिवहन सुविधाएं उपलब्ध होंगी। डीएमआरसी डेटा के एकीकरण से दिल्ली-एनसीआर में यात्रा तेज, स्मार्ट और निर्बाध हो जाएगी। हमें विश्वस्तरीय, आत्मनिर्भर टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम के निर्माण के भारत के दृष्टिकोण में योगदान देने पर गर्व है।"
यह पहल मैपल्स के एडवांस ट्रैफिक और पब्लिक एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म के माध्यम से पारदर्शिता और जनभागीदारी को भी बढ़ावा देगी। इस सुविधा के साथ, उपयोगकर्ता न केवल मेट्रो यात्रा अपडेट प्राप्त कर सकेंगे, बल्कि आस-पास की सरकारी सेवाओं का पता लगा सकेंगे और अपने स्मार्टफोन से सीधे भीड़भाड़, दुर्घटनाओं या जलभराव जैसी नागरिक और ट्रैफिक समस्याओं की रिपोर्ट कर सकेंगे।
यह जानकारी रीयल-टाइम में संबंधित अधिकारियों के साथ साझा की जाएगी, जिससे उन्हें त्वरित प्रतिक्रिया देने और ट्रैफिक को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलेगी। यह प्लेटफॉर्म सड़क दुर्घटनाओं के बारे में अलर्ट भी भेजेगा, जिससे आपातकालीन सेवाओं को तेजी से कार्रवाई करने और दिल्ली-एनसीआर की सड़कों को यात्रियों के लिए सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
यह साझेदारी भारत के राजधानी क्षेत्र के लिए एक स्मार्ट और अधिक कनेक्टेड सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क बनाने की दिशा में एक और कदम है।
--आईएएनएस
एबीएस/
 
					 
				 
                            
                         
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                