उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं के अनुरूप सेवा की गुणवत्ता बनाने के लिए प्रतिबद्ध ट्राई

उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं के अनुरूप सेवा की गुणवत्ता बनाने के लिए प्रतिबद्ध ट्राई

नई दिल्ली, 9 जुलाई (आईएएनएस) । भारत के डिजिटल रूप से जुड़ी अर्थव्यवस्था में तेजी से बदलाव के बीच भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश लाइसेंस्ड सर्विस एरिया (एलएसए) के लिए अपने स्वतंत्र ड्राइव टेस्ट (आईडीटी) के निष्कर्ष जारी किए, जिसमें मई के दौरान व्यापक मार्गों को शामिल किया गया।

ट्राई क्षेत्रीय कार्यालय, दिल्ली की देखरेख में किए गए ये ड्राइव टेस्ट, विभिन्न उपयोग परिवेशों जैसे शहरी क्षेत्रों, संस्थागत हॉटस्पॉट, सार्वजनिक परिवहन केंद्रों और हाई-स्पीड कॉरिडोर में रियल वर्ल्ड मोबाइल नेटवर्क परफॉर्मेंस को मापने के लिए डिजाइन किए गए थे।

ट्राई की टीमों ने 116.6 किलोमीटर सिटी टेस्ट, 283.9 किलोमीटर हाईवे टेस्ट, 384.8 किलोमीटर रेलवे टेस्ट, 5 हॉटस्पॉट लोकेशन और 2.3 किलोमीटर वॉक टेस्ट पर डिटेल्ड टेस्ट किए।

मूल्यांकन की गई तकनीकों में 2जी, 3जी, 4जी और 5जी शामिल थे, जो अलग-अलग हैंडसेट क्षमताओं वाले यूजर्स के सेवा अनुभव को दर्शाते हैं।

ऊना और मंडी में ओवरऑल मोबाइल नेटवर्क परफॉर्मेंस मिश्रित पाया गया।

ऑटो-सिलेक्शन मोड (5जी/4जी/3जी/2जी) में एयरटेल, बीएसएनएल, आरजेआईएल और वीआईएल की कॉल सेटअप सक्सेस रेट क्रमशः 98.90 प्रतिशत, 93.29 प्रतिशत, 98.70 प्रतिशत और 95.48 प्रतिशत रहा।

ऑटो-सिलेक्शन मोड (5जी/4जी/3जी/2जी) में एयरटेल, बीएसएनएल, आरजेआईएल और वीआईएल का कॉल ड्रॉप रेट क्रमशः 0.67 प्रतिशत, 15.69 प्रतिशत, 0.66 प्रतिशत और 2.03 प्रतिशत रहा।

ट्राई के आंकड़ों के अनुसार, "5जी डेटा सर्विस ने शहरी हॉटस्पॉट्स में भी उत्साहजनक परिणाम दिए, जहां पीक डाउनलोड स्पीड 572.97 एमबीपीएस और अपलोड स्पीड 62.30 एमबीपीएस तक पहुंच गई।"

ट्राई के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी ने कहा, "ट्राई यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि सेवा की गुणवत्ता उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं के अनुरूप बनी रहे।"

ये आईडीटी परिणाम वास्तविक यूजर एक्सपीरियंस को दर्शाते हैं, ऑपरेटर के प्रदर्शन को मापने में मदद करते हैं और आवश्यक नेटवर्क सुधारों का मार्गदर्शन करते हैं।

ये टेस्ट रियल टाइम एनवायरमेंट में ट्राई-कैलिबेरेटेड इक्विप्मेंट और मानकीकृत प्रोटोकॉल का इस्तेमाल कर किए गए थे।

ऊना और मंडी में, असेस्मेंट में हाई-डेंसिटी वाले इलाके जैसे बरनोह, डांगोली, जल ग्रान, झलेरा और लाल सिंघी आदि और मंडी में पाखरी, कुन्नू, नारला, पधर और कोटरोपी आदि शामिल थे।

--आईएएनएस

एसकेटी/