एप्पल ने भारतीय मूल के अमर सुब्रमण्य को कंपनी में एआई के वाइस प्रेसिडेंट के रूप में नियुक्त किया

एप्पल ने भारतीय मूल के अमर सुब्रमण्य को कंपनी में एआई के वाइस प्रेसिडेंट के रूप में नियुक्त किया

क्यूपर्टिनो (कैलिफोर्निया), 2 दिसंबर (आईएएनएस)। टेक कंपनी एप्पल ने घोषणा की कि भारतीय मूल के जाने-माने एआई रिसर्चर अमर सुब्रमण्य एप्पल में एआई के वाइस प्रेसिडेंट की भूमिका संभालते हुए शामिल हुए हैं और वे क्रेग फेडेरिघी को रिपोर्ट करेंगे।

एप्पल के अनुसार, कंपनी के मशीन लर्निंग और एआई स्ट्रैटेजी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट जॉन जियानांड्रिया रिटायर हो रहे हैं। 2026 में रिटायर होने तक वे कंपनी में अब कंपनी के एडवाइजर की भूमिका में रहेंगे।

सुब्रमण्य को लेकर दी गई जानकारी के अनुसार, वे कंपनी में एप्पल फाउंडेशन मॉडल्स, एमएल रिसर्च, एआई सेफ्टी एंड इवैल्यूशन जैसे महत्वपूर्ण एरिया को लीड करेंगे। वे एप्पल में अपने बेहतरीन एक्सपीरियंस के साथ प्रवेश कर रहे हैं। इससे पहले वे माइक्रोसॉफ्ट में एआई के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट के पद पर काम कर रहे थे। माइक्रोसॉफ्ट से पहले वे 16 वर्षों तक गूगल में काम कर थे, जहां वे गूगल जेमिनी असिस्टेंट के लिए इंजीनियरिंग हेड का पद संभाल रहे थे।

एप्पल का कहना है कि सुब्रमण्य का एआई और एमएल रिसर्च और उस रिसर्च को प्रोडक्ट्स और फीचर्स में इंटीग्रेट करने को लेकर गहन अनुभव एप्पल के वर्तमान इनोवेशन और भविष्य के एप्पल इंटेलिजेंस फीचर्स के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है।

एप्पल के सीईओ टिम कुक ने अमर को लेकर कहा, "एआई काफी लंबे समय से एप्पल की रणनीति का केंद्र बना हुआ है और हम अमर का उनके एक्स्ट्राऑर्डिनरी एआई अनुभव को लाने के साथ क्रेग की लीडरशिप टीम में स्वागत करते हैं।"

जॉन जियानांड्रिया ने एप्पल में 2018 से अपने प्रवेश से कंपनी की एआई और मशीन लर्निंग स्ट्रैटेजी में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने एप्पल में एक वर्ल्ड-क्लास टीम बनाई और इस टीम को महत्वपूर्ण एआई टेक्नोलॉजी को डेवलप और डिप्लॉय करने के लिए तैयार किया। यह टीम वर्तमान में एप्पल फाउंडेशन मॉडल्स, सर्च एंड नॉलेज, मशीन लर्निंग रिसर्च और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर की जिम्मेदारी संभाल रही है।

टिम कुक ने उनका धन्यवाद अदा करते हुए कहा, "हमारे एआई वर्क को लेकर जॉन की भूमिका के लिए हम उनका धन्यवाद अदा करते हैं। उन्होंने एप्पल को इनोवेट करने और यूजर्स की लाइफ को बेहतर बनाने में कंपनी की मदद की।"

--आईएएनएस

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