नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार चुनाव के पहले चरण की वोटिंग गुरुवार को है। इसी बीच लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव आयोग पर कथित तौर पर गड़बड़ी करने का आरोप दोहराया। उन्होंने आंशका जताई कि हरियाणा में 'सरकार चोरी' हुई और अगला नंबर बिहार का हो सकता है।
राहुल गांधी ने दावा किया कि चुनाव आयोग केंद्र की भाजपा सरकार के साथ मिलीभगत से काम कर रहा है और दोनों ने मिलकर देश के संवैधानिक ढांचे को नष्ट करने में सहयोग किया है। उन्होंने कहा, "लोकतंत्र को नष्ट करने का एक व्यवस्थित तरीका अपनाया गया है और हमारा मानना है कि इसका अगला शिकार बिहार हो सकता है।"
चुनाव से पहले इन शिकायतों को उठाने में कांग्रेस की विफलता पर सवालों का जवाब देते हुए, राहुल ने कहा कि चूंकि मतदाता सूची अंतिम समय में उपलब्ध कराई जाती है, इसलिए पार्टियों को विसंगतियों का पता लगाने और चुनाव आयोग के समक्ष इसे उठाने के लिए बहुत कम समय मिलता है। उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को चुनावी राज्य में चुनावों को चुराने के 'नवीनतम हथियारों' में से एक बताया।
राहुल गांधी ने दावा किया कि देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को नष्ट करने के लिए एक केंद्रीकृत और व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है और चुनाव आयोग और केंद्र दोनों मिलकर न केवल निर्वाचन क्षेत्रों, बल्कि पूरे राज्य को चुराने का काम कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि वोट चोरी केवल अलंद और महादेवपुरा जैसे छिटपुट निर्वाचन क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर है, जिसका एकमात्र उद्देश्य सत्तारूढ़ भाजपा को लाभ पहुंचाना है।
नेता प्रतिपक्ष ने मतदाता सूची में डुप्लिकेट मतदाताओं के मामले में चुनाव आयोग के 'संदिग्ध' रवैये पर भी सवाल उठाया और बेघर मतदाताओं की पहचान 'शून्य' मकान संख्या वाले मतदाता के रूप में करने के मुख्य चुनाव आयुक्त के स्पष्टीकरण का भी खंडन किया। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच राज्य में 3.5 लाख मतदाताओं, लगभग 2 प्रतिशत मतदाताओं के नाम हटा दिए गए। इनमें से ज्यादातर मतदाता पारंपरिक कांग्रेसी मतदाता थे।
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