'फ्रीडम एट मिडनाइट सीजन 2' को लेकर निखिल आडवाणी का दावा, 'इतिहास को करीब से देखने का मौका'

'फ्रीडम एट मिडनाइट सीजन 2' को लेकर निखिल आडवाणी का दावा, 'इतिहास को करीब से देखने का मिलेगा मौका'

मुंबई, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत की आजादी के बाद के समय ने देश की दिशा और पहचान को हमेशा के लिए बदल दिया। यह वह दौर था जब लोगों की उम्मीदें और चुनौतियां दोनों ही चरम पर थीं। इस समय में केवल राजनीतिक फैसले ही नहीं, बल्कि उन लाखों आम लोगों की कहानियां भी छिपी थीं, जिन्होंने इस बदलाव को महसूस किया और उसे झेला।

ऐसी ही एक कहानी को बड़े पर्दे पर जीवंत करने का काम वेब सीरीज 'फ्रीडम एट मिडनाइट' ने किया है, जो अब अपने दूसरे सीजन के साथ दर्शकों के सामने आने वाली है।

फिल्ममेकर निखिल आडवाणी ने घोषणा की है कि सीजन 2 में दर्शकों को इतिहास को करीब से अनुभव करने का मौका मिलेगा, जिसने पूरे उपमहाद्वीप को आकार दिया।

उन्होंने कहा, ''इस बार कहानी सिर्फ राजनीतिक घटनाओं तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि उन लोगों की जिंदगियों पर भी प्रकाश डाला जाएगा, जिन्होंने उस समय का भार अपने कंधों पर उठाया। यह समय कठिनाइयों, साहस और मुश्किल निर्णयों से भरा हुआ था और इन सबने मिलकर नए भारत को आकार दिया।''

उन्होंने कहा, ''सीजन 2 में दर्शक राजनीतिक घटनाओं के साथ-साथ उन कहानियों को भी महसूस करेंगे, जिन्होंने इतिहास को अपने अनुभवों से भरा। इस सीजन का मकसद यह याद दिलाना है कि कैसे बलिदान, नेतृत्व और धैर्य ने भारत को उस समय की सबसे बड़ी चुनौतियों से बाहर निकाला। नया सीजन दर्शकों को यह एहसास भी कराएगा कि स्वतंत्रता केवल राजनीतिक निर्णय नहीं है, बल्कि इसके पीछे अनगिनत इंसानों की मेहनत और संघर्ष भी है।''

मेकर्स ने मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए सीजन 2 की घोषणा की और रिलीज डेट भी बताई।

मेकर्स ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "'नई कहानी 'फ्रीडम एट मिडनाइट सीजन 2' 9 जनवरी से सोनी लिव पर स्ट्रीम होगी। यह इतिहास जो शायद आप नहीं जानते, उसे जानना जरूरी है।"

यह वेब सीरीज मशहूर लेखक डॉमिनिक लैपिएरे और लैरी कॉलिन्स की किताब पर आधारित है, जो 1947 के महत्वपूर्ण महीनों और भारत की आजादी के बाद के समय को बड़े विस्तार और रोमांचक अंदाज में पेश करती है।

--आईएएनएस

पीके/एबीएम