नई दिल्ली, 6 सितंबर (आईएएनएस)। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग के सचिव अमित अग्रवाल ने शनिवार को कहा कि देश प्रधानमंत्री मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' विजन के साथ 'मेक इन इंडिया' और 'मेक फॉर द वर्ल्ड' की दिशा में तेजी से काम कर रहा है।
भारत मंडपम में आयोजित तीन दिवसीय इंडिया मेडटेक एक्स्पो 2025 के साइडलाइन में अग्रवाल ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, "यह हमारा दूसरा मेडटेक एक्स्पो था। इससे पहले 2023 में पहला मेडटेक एक्स्पो हुआ था। कोरोना के दौरान देश ने आत्मनिर्भर भारत विजन के तहत कई नीतिगत पहल शुरू कीं। पिछले पांच वर्ष में कोरोना के दौरान मात्र 10 प्रतिशत देश की आवश्यकताओं का उत्पादन देश में होता था, जो अब बढ़कर करीब 30 प्रतिशत हो गया है। हाई-एंड प्रोडक्ट्स में भी उत्पादन 20 प्रतिशत तक पहुंच गया है।"
उन्होंने इवेंट को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि इस बार 30 देशों की 100 से अधिक कंपनियों ने 1000 से अधिक मात्रा में बिजनेस मीट्स किए हैं। इसमें खास बात यह रही कि ए और बी क्लास प्रोडक्ट के अलावा, क्लास सी जो एडवांस प्रोडक्ट हैं, उसमें भी अलग-अलग देशों की कंपनियों ने अपना इंटरेस्ट दिखाया।
उन्होंने कहा, "एमआरआई, डायलिसिस, डायलाइजर मशीन जैसे एडवांस डिवाइस भी हम एक्सपोर्ट कर रहे हैं और इस मीट में काफी इंटरेस्ट दिखाया गया है, क्योंकि हम दुनिया के लिए 10-40 प्रतिशत सस्ती दर पर क्वालिटी और अफोर्डेबल प्रोडक्ट्स बनाते हैं।"
अग्रवाल ने कहा कि हम 'आत्मनिर्भर भारत' विजन के साथ मेक इन इंडिया मेक फॉर द वर्ल्ड की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं।
इससे पहले इंडिया मेडटेक एक्स्पो 2025 और फार्मा एवं हेल्थकेयर पर 11वीं अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जीएसटी सुधार को 'आत्मनिर्भर भारत' सुनिश्चित करने की दिशा में एक निर्णायक कदम बताया।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा, "हम एक ऐसा आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, जो 140 करोड़ देशवासियों की परवाह करता है। जीएसटी सुधार 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने के सामूहिक संकल्प के साथ एकजुट होगा। देश एक ऐसा विकसित और समृद्ध राष्ट्र होगा, जहां सभी को अवसर मिलेंगे, जहां हर कोई भारत की समावेशी और सतत विकास गाथा का भागीदार बनेगा।"
--आईएएनएस
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