नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। इस खेल में जितनी दौलत और शोहरत है, उतनी किसी दूसरे खेल में नहीं है। भारत के परिप्रेक्ष्य में देखा जाए, तो ये खेल फिलहाल विकासशील अवस्था में है। भारतीय फुटबॉल अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों से बहुत दूर है, क्योंकि हमारी टीम क्वालीफाई नहीं कर पाती। बाइचुंग भूटिया और सुनील छेत्री जैसे खिलाड़ियों ने इस खेल में जान जरूर फूंकी है, लेकिन अभी भी फुटबॉल को देश में क्रिकेट और बैडमिंटन के स्तर पर आने में बहुत समय लगेगा।
भारत में फुटबॉल का संचालन अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) के द्वारा किया जाता है। खेल को मजबूत करने के लिए संस्था कई टूर्नामेंट का आयोजन करवाती है ताकि इसमें भाग लेकर खिलाड़ी अपने हुनर को तराशें और खुद को अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भारत की तरफ से खेलने के लिए तैयार कर सकें।
अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन सीनियर स्तर पर देश में इन टूर्नामेंट का आयोजन करती है।
संतोष ट्रॉफी: यह भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप है। इसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की टीमें भाग लेती हैं। संतोष ट्रॉफी का आयोजन 1941 से हर वर्ष किया जाता है। 32 खिताब के साथ पश्चिम बंगाल चैंपियनशिप की सबसे सफल टीम है।
डूरंड कप: यह एशिया का सबसे पुराना और दुनिया का तीसरा सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट है। डूरंड कप की शुरुआत 1988 में हुई थी। टूर्नामेंट में भारतीय क्लब और सशस्त्र बलों की टीमें भाग लेती हैं। 2025 में खेले गए संस्करण में 24 टीमों ने हिस्सा लिया था।
इंडियन सुपर लीग: यह भारत की शीर्ष पेशेवर फुटबॉल लीग है। इसकी स्थापना 2013 में हुई थी। 2014 में पहला सीजन खेला गया था। लीग में 14 क्लब हिस्सा लेते हैं। इंडियन सुपर लीग ने निश्चित रूप से देश में फुटबॉल के क्षेत्र में क्रांति की है और देश के पेशेवर फुटबॉलरों के लिए बड़ा मंच प्रदान किया है।
आई-लीग और आई-लीग द्वितीय डिवीजन: आई-लीग उच्च स्तर की लीग है। इसमें 12-13 टीमें खेलती हैं। इसका उद्देश्य शीर्ष स्तर के प्रतिस्पर्धी फुटबॉल के माध्यम से राष्ट्रीय टीम के लिए खिलाड़ी तैयार करना है। वहीं आई-लीग 2 में 14 से 18 टीमें खेलती हैं। इसका स्तर आई-लीग से कम होता है। आई-लीग 2 का उद्देश्य क्लबों के लिए खिलाड़ी तैयार करना है।
सुपर कप: यह टूर्नामेंट इंडियन सुपर लीग और आई-लीग के बीच वार्षिक रूप से नॉकआउट फॉर्मेट में खेला जाता है।
इन टूर्नामेंट्स के माध्यम से अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल को एक मजबूत और लोकप्रिय खेल बनाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए एआईएफएफ द्वारा इस खेल को क्रिकेट के समकक्ष लाने और भारतीय फुटबॉल टीम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत और प्रतिस्पर्धी टीम बनाने के लिए कई बड़े और क्रांतिकारी कदम उठाने होंगे। इसमें खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं, वित्तीय सहायता और सुरक्षित भविष्य की गारंटी देने जैसे कदम शामिल किए जा सकते हैं। फीफा रैंकिंग में भारत का स्थान 136वां है।
--आईएएनएस
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