'ऑपरेशन सिंदूर' पर डेनमार्क के पूर्व राजदूत ने की पीएम मोदी की प्रशंसा, बताया 'भारत का सच्चा रक्षक'

डेनमार्क के पूर्व राजदूत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए पीएम मोदी की प्रशंसा की, बताया भारत का सच्चा रक्षक

नई दिल्ली/कोपेनहेगन, 1 जून (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर दिए। इस पर वैश्विक स्तर पर कई देशों का समर्थन मिला है। इसी बीच डेनमार्क के वरिष्ठ राजनयिक फ्रेडी स्वेन ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की।

पूर्व राजदूत फ्रेडी स्वेन ने पीएम मोदी को 'भारत का सच्चा रक्षक' बताया और पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर बेनकाब करने के लिए भारत की कूटनीतिक रणनीति का भी स्वागत किया।

फ्रेडी स्वेन ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए कहा, "भारत ने दिखा दिया है कि वह एक वैश्विक और महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में उभरा है। हमें प्रधानमंत्री मोदी जैसे मजबूत नेता की जरूरत है, जो इस तरह की दिशा तय कर सकें और दुनिया को यह स्पष्ट कर सकें कि 'मैं' ही वह व्यक्ति हूं और मैं ही भारत का सच्चा रक्षक हूं।"

उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के मद्देनजर भारत के कूटनीतिक प्रयास की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का कदम निश्चित रूप से अपने उद्देश्य को पूरा करेगा।

पूर्व राजदूत फ्रेडी स्वेन ने भारत सहित विदेशी धरती पर आतंकवाद को लगातार बढ़ावा देने पर पाकिस्तान की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी देशों के लिए इसके खिलाफ एक स्वर में बोलना महत्वपूर्ण है।

फ्रेडी स्वेन ने आगे कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में से एक के नेता पीएम मोदी की लोकप्रियता 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद बढ़ रही है। उन्होंने इसे सकारात्मक संकेत भी बताया।

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी को पूरी दुनिया में एक बहुत ही महत्वपूर्ण, मजबूत और रणनीतिक सोच वाले नेता के रूप में देखा जा रहा है, जो हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"

पूर्व राजदूत ने कहा कि दुनिया प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एशिया में एक मजबूत शक्ति केंद्र के रूप में 'नए भारत' के उदय का स्वागत कर रही है।

उन्होंने कहा, "जब समय खराब होता है और चीजों से निपटना होता है, तो आपको किसी ऐसे व्यक्ति की भी आवश्यकता होती है, जो शब्दों से हटकर काम कर सके। ऐसा हुआ है।"

--आईएएनएस

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