दिल्ली सरकार ने शुरू किया 'विंटर एक्शन प्लान', मनजिंदर सिंह सिरसा बोले- नियमों से कोई समझौता नहीं होगा

दिल्ली सरकार ने शुरू किया 'विंटर एक्शन प्लान', मनजिंदर सिंह सिरसा बोले- नियमों से कोई समझौता नहीं होगा

नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में 'विंटर एक्शन प्लान' की शुरुआत कर दी है। इस योजना के तहत 7 प्रमुख थीम, 25 बिंदु और 30 से अधिक एजेंसियों को शामिल कर रियल टाइम मॉनिटरिंग के जरिए प्रदूषण नियंत्रण की पूरी तैयारी की गई है।

'विंटर एक्शन प्लान' में 7 प्रमुख थीमों में सड़क धूल और निर्माण प्रबंधन, वाहन उत्सर्जन, उद्योग व ऊर्जा क्षेत्र, कचरा व खुले में आगजनी, नागरिक भागीदारी व निगरानी और ग्रीन इनोवेशन शामिल हैं।

सड़कों पर बड़े पैमाने पर धूल नियंत्रण के लिए 86 मैकेनिकल स्वीपर, 300 स्प्रिंकलर और 362 एंटी-स्मॉग गन तैनात की गई हैं। इसके अलावा, 70 और नए स्वीपर और यूनिट्स की खरीद प्रक्रिया भी जारी है। सख्त प्रवर्तन के तहत 578 टीमें वाहनों की जांच पर और 443 टीमें खुले में कचरा जलाने पर नजर रख रही हैं, जबकि 953 पीयूसी केंद्र रियल टाइम डैशबोर्ड से जुड़े हुए हैं।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सभी कदम तय समयसीमा में पूरे हों और 'ग्रीन वॉर रूम' से उनकी रियल टाइम मॉनिटरिंग हो।

उन्होंने कहा, "विज्ञान पर आधारित, डेटा-संचालित और 100 प्रतिशत कोऑर्डिनेटेड एक्शन के साथ दिल्ली अब सर्दियों के लिए पूरी तैयारी के साथ उतर रही है। हमारी टीमें जमीन पर सक्रिय हैं, प्रतिक्रिया समय घटाया जा रहा है और हर कार्रवाई को डैशबोर्ड व संयुक्त निरीक्षण से मॉनिटर किया जा रहा है ताकि लोगों को साफ हवा का असर महसूस हो।"

मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "इस सर्दी प्रदूषण नियंत्रण के नियमों के अनुपालन पर कोई समझौता नहीं होगा, चाहे धूल नियंत्रण हो, निर्माण स्थल के नियम हों, पीएनजी पर उद्योगों का संचालन हो या सख्त प्रवर्तन। हर विभाग को गति और फोकस के साथ काम करना होगा।"

उन्होंने यह भी कहा कि पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, एनडीएमसी, डीएसआईआईडीसी, डीपीसीसी और दिल्ली पुलिस जैसे सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे रोजाना कॉर्डिनेशन बनाकर काम करें।

पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "दिल्ली के लोग भी इस मुहिम में हमारे साथी हैं। वे 'ग्रीन दिल्ली ऐप' का इस्तेमाल करें, 'ग्रेप एडवाइजरी' का पालन करें और जहां संभव हो, सार्वजनिक परिवहन या ईवी अपनाएं।"

--आईएएनएस

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