मुंबई, 24 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस रविवार को दादर स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान नीलकंठ वर्णी की पूजा-अर्चना की।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में भगवान नीलकंठ वर्णी की पवित्र अभिषेक पूजा की और हार्दिक प्रार्थना की। इसके बाद उन्होंने चंद्रपुर में आयोजित 'श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव' में हिस्सा लिया।
इसे लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि हर पीढ़ी के लिए एक जीवंत परंपरा। चंद्रपुर में आज 'श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव' में शामिल हुआ। यह एक ऐसा अवसर है जो आस्था और हमारी दीर्घकालिक सनातन परंपरा के माध्यम से लोगों को एक साथ लाता है।
उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति की समृद्धि इसके इतिहास में परिलक्षित होती है। राखीगढ़ी और भिराना में हुई खुदाई से लगभग 10,000 साल पुराने शहर दिखाई देते हैं। उस समय भी, लोगों का रहन-सहन और पूजा-अर्चना का तरीका आज जैसा ही था। दुनिया अब हमारी परंपराओं को सबसे प्राचीन सभ्यता का हिस्सा मानती है और हमारी सनातन संस्कृति के ज्ञान का हर जगह सम्मान किया जाता है।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनना सिर्फ एक अनुष्ठान नहीं है। यह हमारे विचारों और कार्यों का मार्गदर्शन करती है और हमें सद्गुण, करुणा और सद्भाव के साथ जीना सिखाती है। हमारे संतों ने हमेशा एक ऐसा संदेश दिया है, जो स्वयं से परे है, सभी प्राणियों की देखभाल करता है और सह-अस्तित्व के महत्व को दर्शाता है। यह ज्ञान आज भी उतना ही सार्थक है जितना सदियों पहले था। ये समागम और भागवत की शिक्षाएं पीढ़ियों का मार्गदर्शन करती रहेंगी, अतीत को भविष्य से जोड़ती रहेंगी और हमारी संस्कृति और मूल्यों को हर घर में जीवित रखेंगी।
इस मौके पर उनके साथ मंत्री डॉ. अशोक उइके, विधायक कीर्ति कुमार (बंटी) भांगड़िया, विधायक किशोर जोरगेवार, विधायक करण देवताले और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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